Monsoon 2022: इस राज्य में मॉनसून की हुई एंट्री, अगले पांच दिनों तक होगी भारी बारिश

in #mansoon2 years ago

Monsoon Update: ओडिशा के सभी जिलों में मॉनसून दस्तक दे चुका है. आने वाले कुछ दिनों तक राज्य में भारी बारिश होने की संभावना है. मौसम विभाग के मुताबिक मॉनसून की ये बारिश खेती-किसानी के लिए फायदेमंद हो सकती है
Monsoon Updates: मॉनसून देश के कई राज्यों में दस्तक दे चुका है.ओडिशा वासियों को भी भारी गर्मी और उमस से निजात मिल गई है. राज्य में अगले 5 दिनों तक प्रदेश के कई जिलों में वज्रपात के साथ भारी बारिश होने की संभावना बनी हुई है.
भारतीय मौसम विभाग के भुवनेश्वर के वरिष्ठ वैज्ञानिक उमाशंकर दास ने बताया कि आज दक्षिण-पश्चिम मॉनसून ओडिशा के सभी जिलों में पहुंच गया है. उनके मुताबिक, मॉनसून की भारी बारिश किसानों के लिए लाभकारी साबित हो सकती है. वह आगे बताते हैं कि मॉनसून 14 जून को दक्षिण ओडिशा में दस्तक दिया था. जिसके बाद आज दक्षिण-पश्चिम मॉनसून ओडिशा के सभी जिलों में पहुंच गया है.
24 घंटे में समान्य से अधिक बारिश
दास ने कहा कि मॉनसून के दौरान पिछले 24 घंटों में ओडिशा में सामान्य से 81% अधिक बारिश दर्ज किया गया है. साथ ही राज्य के कई जिलों में अगले पांच दिनों तक वज्रपात के साथ भारी बारिश होने की संभावना है. इस संदर्भ समुद्र तटीय इलाके और आंतरिक ओडिशा के जिलों में येलो अलर्ट जारी किया गया है.
अगले 24 घंटों में ओडिशा के सोनपुर, बौद्ध, कंधमाल, अंगुल, ढेंकानाल और जजपुर जिलों के लिए येलो अलर्ट की चेतावनी जारी किया गया है. इन सभी जिलों में वज्रपात के साथ अत्यधिक भारी बारिश होने की संभावना है. वहीं, पिछले 12 घंटों में सोनपुर जिला में 109 मिलीमीटर और बौद्ध जिला 65 मिलीमीटर बारिश दर्ज किया गया.
अगले 4-5 दिनों में 20 मिलीमीटर बारिश की संभावनाएं
दास ने कहा कि मॉनसून से पहले राज्य में सामान्य से 80% बारिश कम दर्ज किया गया था जो कि पिछले 6 दिनों में मॉनसून की भारी बारिश ने 32% कम किया है. इस वर्ष मॉनसून के दौरान अब तक 54.1% मिलीमीटर बारिश दर्ज किया है. हालांकि अभी भी राज्य में सामान्य से 48% बारिश कम हुई है. उम्मीद है की अगले पांच दिनों की भारी बारिश के साथ यह स्थिति सामान्य हो सकती है.
दास ने कहा कि किसानों के लिए मॉनसून की बारिश लाभकारी साबित हो सकती है. अगले 4-5 दिनों की भारी बारिश के दौरान करीब 20 मिलीमीटर तक बारिश होने की संभावना है. यह किसानों के लिए खरीफ फसल की बुआई का सही समय है.images (7).png