पशुओ में लंपी वायरस रोकथाम के लिए जिला प्रशासन के प्रयास नाकाम
मंदसौर। पशुओ में लंपी वायरस जिस प्रकार से पडोसी राज्य में फैला है उसके चलते मंदसौर जिले में न केवल लंपी वायरस का खतरा अधिक है बल्कि इस वायरस से निपटने के लिये अतिरिक्त प्रयास जिला प्रशासन को पशुपालन विभाग के माध्यम से किया जाना चाहिये किन्तु अब तक सिर्फ जिला प्रशासन द्वारा वायरस से बचाव के लिये सिर्फ सोश्यल मिडीया के माध्यम से एडवायजरी जारी करते हुये समाचार निकाले गये है जबकी आवश्यकता लंपी वायरस से बचाव के लिये पशु पालको की बैठके लेने के साथ ही मैदानी स्तर पर वायरस को फैलने से रोकने की व्यवस्था सुनिश्चित होना चाहिये। जिला कांग्रेस प्रवक्ता सुरेश भाटी ने कहा कि अब तक मंदसौर जिले में कई स्थानो पर लंपी वायरस गौवंश में देखने को मिला है। मंदसौर जिले के विभिन्न कस्बो एवं ग्रामो से लंपी वायरस गौवंश में पाया गया है जिससे आगामी दिनो में इसके ओर तेजी से फैलने की आशंका है। मौजुदा स्थिति को देखते हुये जिला प्रशासन ने पशु पालको के लिये सिर्फ एडवायजरी जारी करते हुये समाचार तो जारी किये लेकिन पशु पालको को बीमारी से अपने पशुओ को बचाने के लिये मैदानी स्तर पर प्रयास नही दिख रहे है।मंदसौर नगर सहित विभिन्न क्षेत्रो में बैठके ले प्रशासन- श्री भाटी ने बताया कि पशु पालको की जाग्ररूकता इस स्तर की नही है कि उन्हें वीडियो या समाचार पत्रो के माध्यम से सजग किया जा सके। इस स्थिति को देखते हुये मंदसौर नगर सहित विभिन्न क्षेत्रो में ग्राम तथा मोहल्ला रक्षा समितियो, सरपंचो या पार्षदो के माध्यम सहयोग लेते हुये पशु पालको की बैठके लेकर उन्हें एहतियारत उपाये जिला प्रशासन पशुपालन विभाग के माध्यम से बताना चाहिये। निःशुल्क दवाईयां एवं उपचार उपलब्ध हो- जिला प्रवक्ता श्री भाटी ने कहा कि लंपी वायरस की दवाईयां बाजारो में उपलब्ध तो है लेकिन मांग बढने पर दाम बढने की पुरी आशंका है, इस स्थिति में जरूरतमंद पशु पालको को पशुपालन विभाग के माध्यम से लंपी वायरस से बचाव हेतु दवाईयां एवं निःशुल्क उपचार सुनिश्चित किया जाना चाहिये। वर्तमान हालात यह है कि दवाईयो से लेकर इलाज आदी सभी व्यवस्थाये पशु पालक स्वयं करने पर विवश है।