मुल्क में अमन और खुशहाली के लिए ईद उल अज़हा में की दुआ
- पारम्परिक हर्षोल्लास के साथ मनाई गई बकरीद
मंडला। रविवार को मंडला में कुर्बानी का पर्व ईद उल अजहा पारंपरिक हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस्लाम धर्म के मानने वालों का ईद उल फितर के बाद दूसरा सबसे बड़ा पर्व है ईद उल अजहा, जिसे आमतौर पर बकरीद के नाम से भी जाना जाता है। यह पर्व इस्लामिक कैलेंडर के आखिरी महीने जिलहिज्जा की 10 तारीख को मनाया जाता है। इस दिन इस्लाम धर्म के महान पैगंबर हजरत इब्राहीम अलैहिस्सलाम अल्लाह के हुक्म से अपने बेटे हजऱात इस्माइल अलैहिस्सलाम को कुर्बान करने के लिए तैयार हो गए थे। अल्लाह ने जब अपनी आजमाइश में हजरत इब्राहीम अलैहिस्सलाम को सौ फीसद सही पाया तो उन्होंने जन्नत से हजरत जिब्राइल अलैहिस्सलाम को दुम्बा लेकर भेजा और हजरत इब्राहिम अलैहिस्सलाम के बेटे हजरत इस्माइल अलैहिस्सलाम की जगह दुम्बा को लिटा दिया गया। जब हजरत इब्राहीम अलैहिस्सलाम ने अपने बेटे पर छुरी चलाना चाहा तो उसकी जगह दुम्बे की गर्दन पर छुरी चल गई। यह पर्व हजरत इब्राहीम अलैहिस्सलाम की इसी अज़ीम कुर्बानी की याद को ताजा करता है।
मंडला में इस पर्व को लेकर मुस्लिम धर्मावलंबियों में खाशा उत्साह नजर आया। रविवार को ईद उल अजहा की नमाज नगर की विभिन्न मस्जिदों में अता की गई। बारिश की वजह से ईदगाह में सामूहिक ईद की नमाज का आयोजन नहीं हुआ बल्कि नगर के विभिन्न मोहल्लों की मस्जिदों में ईद उल अजहा की नमाज पढ़ाई गई। जामा मस्जिद में शहर काजी मौलाना अतीक उर रहमान, कोष्टा मोहल्ला में हाफिज रिजवान रजा, टिकरा मोहल्ला मस्जिद में हाफिज उमेर खोखर ने ईद उल अज़हा की नमाज़ पढाई।
ईदगाह कॉलोनी स्थित मस्जिद में नमाजिय़ों की अधिक तादाद को देखते हुए दो पालियों में नमाज़ हुई। पहली जमात सुबह 8.30 पर हाफिज फरीद रज़ा और इसके बाद 9.10 पर मौलाना समद ने ईद उल अजहा की नमाज अता कराई। हैदरी शिया मस्जिद में सुबह 9 बजे मौलाना मोहम्मद अकील ने नमाज अता कराई। महाराजपुर स्थित ईदगाह में हाफिज सज्जाद आलम ने नमाज अता कराई। इसके आलावा बुधवारी स्थित सेखानी मस्जिद, राजीव कालोनी, पोंडी में भी ईद की नमाज पढ़ाई गयी।
ईद की नमाज के बाद बड़ी संख्या में मुस्लिम धर्मावलंबी बिंझिया स्थित कब्रिस्तान पहुंचे, जहां उन्होंने अपने मरहूमों के हक़ में अल्लाह से मगफिरत की दुआ की। नई मस्जिद कोष्टा मोहल्ला के सदर अधिवक्ता शेख शहजाद उफऱ् बब्बू भाई ने बताया कि नगर में यह पर्व शांति और सद्भाव के साथ मनाया गया। सभी मस्जिदों में नमाज़ के बाद देश की अमन और खुशहाली के लिए दुआ की गई।
ईद उल अजह के मद्देनजऱ जिला प्रशासन और पुलिस महकमा काफी मुस्तैद नजर आया। जहां मुस्लिम क्षेत्रों में कलेक्टर हर्षिक सिंह के निर्देश पर मस्जिदों के आसपास साफ सफाई की व्यवस्था की गई। पुलिस बल नगर की विभिन्न मस्जिदों और कब्रिस्तान पर मुस्तैद नजर आया। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक गजेंद्र सिंह कँवर खुद सुबह से ही भ्रमण कर व्यवस्थाओं का जायजा लेते दिखे।
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