जिले को टीबी मुक्त कर मंडला गोल्ड की दौड़ में

in #mandla-in2 years ago

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  • मैदानी स्तर पर कार्य कर रहे अधिकारी, कर्मचारी कार्य
  • सर्वे में मंडला प्रदेश में दूसरे स्थान पर
  • 10 हजार घर के सर्वे का लक्ष्य
  • प्रहलाद कछवाहा
    मंडला. भारत सरकार की परिकल्पना 2025 तक टीबी मुक्त भारत क्षय रोग को साकार करने के लिए जिला क्षय केन्द्र मंडला में राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत विविध कार्यक्रम के माध्यम से मंडला जिला को टीबी मुक्त करने का प्रयास किया जा रहा है। इसके लिए क्षय विभाग के सभी अधिकारी, कर्मचारी मैदानी स्तर पर दौड़ रहे है। जिससे जिले को गोल्ड मेडल मिल सके। बता दे कि मप्र के 30 जिलों का चयन सब नेशनल सर्टिफिकेशन सर्वे के लिए किया गया है। इन 30 जिले गोल्ड मेडल की दौड़ में है। सर्वे पूरा करने के साथ स्टेट और सेंट्रल की टीम द्वारा सर्वे में प्रदर्शन और वर्ष 2015 से आज दिनांक तक के सभी रिकार्ड दुरूस्त होने के आधार पर इनके द्वारा जिलों को अंक दिए जाएंगे। टीम द्वारा जांच, निरीक्षण के बाद सब नेशनल सर्टिफिकेशन में चयनित जिले को गोल्ड की दौड़ में आगे माना जाएगा।

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जिला क्षय अधिकारी डॉ. सुमित सिंगौर ने बताया कि जिला में केंद्र और प्रदेश सरकर के टीबी मुक्त अभियान के तहत क्षय रोग मुक्त सब नेशनल सर्टिफिकेशन के लिए विगत 03 जनवरी से जिले के सभी 09 विकासखंडों में सर्वे शुरू किया गया है। सर्वे के लिए प्रदेश स्तर से जिले के चयनित ग्रामों और शहरी क्षेत्रों के 10 हजार घरों में सर्वे करने का लक्ष्य मिला है। इस लक्ष्य को पूरा करने और प्रदेश और राष्ट्रीय स्तर की सर्वे टीम द्वारा जांच परीक्षण के बाद दिए गए अंकों के आधार पर रैकिंग तय की जाएगी। बताया गया कि दिए गए 10 हजार घरों के लक्ष्य को पूरा करने या सर्वे के बीच में 30 टीबी रोग के पॉजीटिव मरीज मिलने पर सर्वे तत्काल बंद हो जाएगा। सर्वे की प्रक्रिया ऑनलाईन है, जिसके कारण फीड होने वाले आंकड़े स्वत: स्वीकार कर आगे की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।

जिला कार्यक्रम समन्वयक कीर्ति सिंह कुशवाह ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की ओर से इस सर्वे के लिए जिले में 10 सर्वे टीम का चयन किया गया है। प्रत्येक टीम में दो वालंटियर रखे गए है। इन वालंटियर द्वारा चयनित ग्रामों के प्रत्येक घरों में जाकर प्रत्येक सदस्य से संपूर्ण जानकारी ली जा रही है। वालंटियर द्वारा ली हुई जानकारी तत्काल ऑनलाईन फीड किया जा रहा है। जिले के 09 विकासखंडों में अभी तक 10 हजार घरों में से 02 हजार 450 घरों में सर्वे टीम और वालंटियर द्वारा विजिट कर चुके है। इन 2450 घरों में 07 हजार 611 सदस्यों का इंटरव्यू लिया जा चुका है। जिनकी ऑनलाईन जानकारी फीड हो गई है। बता दे कि 7611 सदस्यों के इंटरव्यू में 100 लोग संभावित चिन्हित किए गए है। जिनके स्फुटम की जांच के लिए सेंपल लेकर जांच कराया गया है। 100 लोगों के स्फुटम की जांच में 81 लोगों के स्फुटम की जांच हो चुकी है। जिसमें एक केस पॉजीटिव मिला है। लेकिन यह पॉजीटिव केस पहले से ही ईलाजरत है।

  • वालंटियर दे रहे ऑनलाईन जानकारी :

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बताया गया कि जिले के 09 विकासखंडों में 10 टीम बनाई गई है। सर्वे के लिए प्रत्येक विकासखंड में एक टीम के साथ दो चयनित वालंटियरों को रखा गया है। इन वालंटियरों को सर्वे के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से विशेष प्रशिक्षण भी दिया गया है। टीम में सहयोग के लिए एक आशा कार्यकर्ता व दो कम्यूनिटी वालंटियर जो संबंधित क्षेत्र के निवासी है, शामिल किया गया है। यह सर्वे करीब 20 दिनों तक चलेगा। इस दौरान ये वालंटियर पंचायत व शहरी क्षेत्रों में क्षय रोग के कितने मरीज है, कितने ठीक हो चुके हैं, कितनों का ईलाज चल रहा है कि जानकारी सब नेशनल सर्टिफिकेशन (एसएनसी) ऐप के माध्यम से ऑनलाइन उपलब्ध करा रहे है।

  • गोल्ड के लिए ये जरूरी :
    जिला क्षय अधिकारी डॉ. सुमित सिंगौर ने बताया कि सब नेशनल सर्टिफिकेशन के दौरान सर्वे में अच्छे प्रदर्शन और दस्तावेज दुरूस्त होने पर प्रदेश और राष्ट्रीय स्तर की सर्वे टीम द्वारा जिले को अंक देकर रैंकिंग करेंगी। जिसके बाद तय किया जाएगा कि कौन से जिले को गोल्ड मेडल मिलेगा। गोल्ड मेडल के लिए तय गाईड लाईन के अनुसार सर्वे के दौरान वर्ष 2015 से आज दिनांक तक सभी रिकार्ड दुरूस्त होना चाहिए। पिछले दो सालों ेमें टीबी सूचकांक में प्रदर्शन बेहतर होना चाहिए। पब्लिक व प्राईवेट स्तर पर टीबी की दवाईयों की खपत का सूचकांक देखा जाएगा। इसके साथ ही पिछले दो वर्षो में जिले में कितनी खंकार की जांचें की गई और प्रदेश और राष्ट्रीय स्तर से आई सर्वे टीम द्वारा सर्वे में सभी तथ्यों के आधार पर अंक दिए जाएंगे। जिसके बाद निर्धारित किया जाएगा कि जिला गोल्ड मेडल की दौड़ में है कि नहीं।

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  • इन ग्रामों व शहरी क्षेत्र में किया जा रहा सर्वे :
    2025 तक टीबी मुक्त भारत क्षय रोग को साकार करने के लिए स्वास्थ्य अमला जीन जान लगा रहा है। सब नेशनल सर्टिफिकेशन में सर्वे के लिए 09 ब्लाक के एक-एक ग्राम और मंडला ब्लाक में एक ग्राम व एक शहरी क्षेत्र को शामिल किया गया है। जहां सर्वे शुरू हो चुके है। जिला कार्यक्रम समन्वयक कीर्ति सिंह कुशवाह ने बताया कि चयनित ग्रामों व शहरी क्षेत्र के घरों का सर्वे पूर्ण होने के बाद उससे लगे वार्ड या ग्राम में सर्वे शुरू किया जाएगा। जिससे जिले को मिले लक्ष्य को पूरा किया जा सके। बता दे कि इन चयनित ग्रामों में मंडला विकासखंड के शहरी क्षेत्र के वार्ड नंबर 18 में सर्वे पूर्ण हो चुका है, अब वार्ड नंबर 17 में सर्वे किया जा रहा है। वहीं मंडला के ग्राम लिमरूआ में सर्वे चल रहा है। विकासखंड निवास के ग्राम भजिया में सर्वे पूर्ण, अब ग्राम गुंदलई में सर्वे शुरू किया गया। विकासखंड बिछिया के बरघोड़ी में सर्वे पूर्ण कर ग्राम चौरंगामाल में सर्वे शुरू किया गया। नैनपुर के नगरीय क्षेत्र वार्ड नंबर 10 में सर्वे किया जा रहा है। विकासखंड मोहगांव के ग्राम थैवा में सर्वे, विकासखंड नारायणगंज के ग्राम खैरी में सर्वे, बीजाडांडी के ग्राम पौंडीमाल में सर्वे, घुघरी के देवहार में सर्वे किया जा रहा है। इसके साथ ही विकासखंड मवई के ग्राम लालपुर में सर्वे पूर्ण करने के बाद अब घोंटा रैयत में सर्वे शुरू किया गया है।

  • 834 टीबी मरीज इलाजरत् :
    स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक जिले में दिसंबर 2022 तक 1840 पॉजीटिव टीबी मरीज चिन्हित किए गए हैं। टीबी हारेगा, देश जीतेगा अभियान को सफल बनाने और जिले को टीबी मुक्त करने के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा कवायद लगातार की जा रही है। स्वास्थ्य विभाग का अमला मैदानी स्तर पर गांव-गांव जाकर लोगों को इस रोग के प्रति जागरूक करने के साथ संभावित व्यक्तियों के बलगम के नमूने लेकर जांच करा रही है। जिससे इस रोग से पीडि़त व्यक्ति को जल्द उपचार देकर स्वस्थ किया जा सके। दिसंबर 2022 तक 1840 मरीजों में से कुछ मरीज स्वस्थ्य हो चुके है, और कुछ मरीज क्षेत्र छोड़कर बाहर चले गए या अन्य कारण से उपचार नहीं ले रहे है। जिनमें से 834 मरीज फिलहाल ईलाजरत है।

  • इनका कहना है

विभाग के स्वास्थ्य कर्मी टीबी हारेगा, देश जीतेगा अभियान को सफल बनाने मैदानी स्तर पर ईमानदारी से कार्य कर रहे है। ज्यादा से ज्यादा संभावित मरीजों की जांच कराकर उपचार दिलाया जा रहा है। जिले को टीबी मुक्त करने के लिए विभाग का पूरा अमला लगा हुआ है। हमें 2025 तक जिले को टीबी मुक्त करने का लक्ष्य मिला है। इस लक्ष्य को पूरा करके हम जिले को टीबी मुक्त बनाएंगे और गोल्ड अपने नाम करेंगे।
डॉ. सुमित सिंगौर, जिला क्षय अधिकारी, मंडला

जिला को क्षय रोग मुक्त बनाने के लिए सब नेशनल सर्टिफिकेशन के लिए सर्वे शुरू हो चुका है, इस सर्वे के लिए जिले के सभी 09 विकासखंडों में एक टीम बनाकर दो वालंटियर नियुक्त किए गए है, जिनके द्वारा चयनित ग्राम के प्रत्येक परिवार के सदस्यों की संपूर्ण जानकारी ऑनलाईन दर्ज की जा रही है। इस सर्वे को प्रदेश व राष्ट्रीय स्तर की सर्वे टीम निरीक्षण कर जिले में टीबी के लिए किए गए कार्यो के आधार पर अंक देगी। जिसके बाद जिले को गोल्ड मेडल के लिए चयनित किया जाएगा।
कीर्ति सिंह कुशवाह, जिला कार्यक्रम समन्वयक, मंडला