महिला की मौत पर गुस्साए ग्रामीणों ने डॉक्टर को बनाया बंधक

in #mahuli2 years ago

महिला की मौत पर गुस्साए ग्रामीणों ने डॉक्टर को बनाया बंधक, ऑपरेशन से डिलेवरी होने के बाद उपजा बवाल
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संतकबीरनगर जिले के महुली क्षेत्र के नगर पंचायत हरिहरपुर में संचालित एक प्राइवेट अस्पताल में बृहस्पतिवार को ऑपरेशन से महिला को बच्चा पैदा हुआ। बाद में महिला की हालत बिगड़ी तो अस्पताल के निजी एंबुलेंस से उसे उपचार के लिए मेडिकल कॉलेज गोरखपुर ले जाया गया। जहां देखते ही डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। रात करीब दस बजे एंबुलेंस से शव लेकर लोग महिला के मायके अतरौलिया उर्फ मठिया गांव पहुंचे तो ग्रामीण गुस्सा गए। ग्रामीणों ने निजी अस्पताल के डॉक्टर को करीब एक घंटे तक बंधक बनाए रखा। सूचना पर पहुंची पुलिस ने डॉक्टर को मुक्त कराया।

कोतवाली क्षेत्र के दरुआ अदावत निवासी 27 वर्षीय रोशनी पत्नी सुदीश दो माह पूर्व बंगलूरू से अपने मायके महुली क्षेत्र के अतरौलिया उर्फ मठिया गांव आई थी। बृहस्पतिवार को प्रसव पीड़ा होने पर रोशनी को परिजन नगर पंचायत हरिहरपुर में संचालित निजी अस्पताल पूजा सेवा संस्थान लेकर गए। रोशनी के भाई प्रदुम का आरोप है कि सामान्य डिलेवरी होने की स्थिति में भी अस्पताल के चिकित्सक ने जबरदस्ती ऑपरेशन कर सकुशल बच्चे का जन्म करा दिया।

कुछ देर बाद ही अचानक बहन रोशनी की तबीयत खराब हो गई। हालत में सुधार होता नहीं देख अस्पताल के निजी एंबुलेंस से गोरखपुर के एक प्राइवेट अस्पताल ले गए, जहां से बाद में बीआरडी मेडिकल कॉलेज गोरखपुर ले जाया गया। मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों ने देखते ही रोशनी को मृत घोषित कर दिया। शव को लेकर लोग मायके के गांव अतरौलिया उर्फ मठिया पहुंचे, जहां ग्रामीण नाराज हो गए। पूजा सेवा आश्रम अस्पताल के चिकित्सक पर लापरवाही के चलते रोशनी की मौत होने का आरोप मढ़ते हुए हंगामा करने लगे।

भड़के ग्रामीणों ने चिकित्सक को एंबुलेंस के साथ रोक लिया। पीड़ित भाई ने अस्पताल चिकित्सक के खिलाफ पुलिस को तहरीर दी। सूचना पर एसओ रवींद्र कुमार सिंह पहुंचे और समझाकर ग्रामीणों को शांत कराया। मौके पर मौजूद चिकित्सक ओपी शर्मा को मुक्त कराया। शुक्रवार को दोनों पक्ष थाने पर पहुंचे और सुलह समझौता का दौर शुरू हुआ।

पीड़ित भाई प्रदुम कुमार ने थाने में दी गई तहरीर को वापस ले लिया। किसी तरह की कानूनी कार्रवाई नही करने की बात कहीं। बहन रोशनी की मौत चिकित्सक की लापरवाही से नही होने का जिक्र किया। एसओ रवींद्र सिंह ने बताया कि दोनों पक्षों ने आपस में बातचीत कर सुलह समझौता कर लिया। मामले में किसी तरफ से तहरीर नहीं मिली है। जिसकी वजह से कानूनी कार्रवाई करना संभव नही है।

पूजा सेवा आश्रम अस्पताल के संचालक डॉक्टर ओपी शर्मा ने बताया कि अतरौलिया उर्फ मठिया गांव निवासी महिला की मौत के मामले में मृतका के भाई को बरगला कर कुछ लोग साजिश के तहत उसे फंसाना चाहते थे। जिससे वह और उसके अस्पताल की छवि धूमिल हो जाए। डॉक्टर मरीज की जिंदगी बचाने के लिए भरपूर प्रयास करता है, लेकिन ईश्वर के आगे सब कुछ फेल है। पीड़ित परिजनों ने लिखित रूप से थाने में सुलहनामा प्रस्तुत किया। उस पर जो भी आरोप लगाए गए थे, वह बेबुनियाद है