किसने नहीं मानी तहसील प्रशासन की न्यायिक कार्यवाही,

in #mahmudabad2 years ago

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किसने नहीं मानी तहसील प्रशासन की न्यायिक कार्यवाही,
किया अपने मन की कार्यवाही,

महमूदाबाद सीतापुर,

जहाँ एक तरफ उत्तर प्रदेश की योगी सरकार गरीबों, मजलूमों, असहायों, निराश्रितों, व गरीब पीड़ित दलितों के लिए न्यायोचित कार्यवाही करने के लिए अपने प्रशासनिक अमले को हिदायत दे रखी है,

तो वहीं पर एक परिवार ऐसा है, जिसके आगे उत्तर प्रदेश के भावी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हों या फिर उनका सरकारी अमला उस परिवार के आगे कोई मायने नहीं रखता,

ऐसा लगता है कि यह परिवार भारत के संविधान व उत्तर प्रदेश के समस्त प्रशासन से बड़ा दिख रहा है,

जी हाँ आपको बताते चलें कि एक ऐसा मामला प्रकाश में आया है,

आपको बताते चलें कि उत्तर प्रदेश के जिला सीतापुर की तहसील महमूदाबाद क्षेत्र के गाँव बनियानी मजरे खालगांव कोतवाली महमूदाबाद के रहने वाले दबंग भूमाफिया अमीर बक्श सिंह के द्वारा बिशुनापुर मजरे खालगांव कोतवाली महमूदाबाद क्षेत्र के रहने वाले दलित पीड़ित ओम प्रकाश के खेत की गाटा संख्या (842) / 0.220 हेक्टेयर खेत की जमीन पर अवैध कब्जा कर रखा था,

उक्त खेत की जमीन की जानकारी दलित पीड़ित ओम प्रकाश को तब हुई जब दलित पीड़ित ओम प्रकाश के द्वारा पक्की पैमाईश करवाई गयी,

पक्की पैमाईश में जब राजस्व निरीक्षक के द्वारा सरहद से माप शुरू की गयी तो पता चला की दलित पीड़ित ओम प्रकाश के खेत की जमीन का कुछ हिस्सा अमीर बक्श सिंह के खेत में शामिल है,

राजस्व निरीक्षक के द्वारा सीमांकन करते हुए दलित पीड़ित ओम प्रकाश के खेत की जमीन को दबंग भूमाफिया अमीर बक्श सिंह के खेत से निकाल कर दलित पीड़ित ओम प्रकाश के खेत में मिलाकर पिलर व थनियां गड़वा कर रस्सी व लोहे के कटीले तार के माध्यम से खेत की सीमा निर्धारित कर मेड़ बन्दी तत्कालीन उपजिलाधिकारी महमूदाबाद के आदेशानुसार कोतवाली महमूदाबाद की पुलिस को साथ में लेकर करवा दिया था,

और तो और राजस्व निरीक्षक के द्वारा उपजिलाधिकारी महमूदाबाद को उपरोक्त खेत की पैमाईश करने के बाद आख्या भी प्रेषित कर दिया था,

यह बात दबंग भूमाफिया अमीर बक्श सिंह व उनके परिवार वालों को अच्छी नहीं लगी, तो दबंग भूमाफिया अमीर बक्श सिंह व परिवार के लोगों के द्वारा राजस्व निरीक्षक के द्वारा करायी गयी खेत की मेड़ बन्दी को गलत ठहराते हुए अपनी दबंगई के बलबूते पर राजस्व निरीक्षक के द्वारा लगाये गये पिलर, थनियां व रस्सी सहित लोहे के लगे कटीले तार को हटा कर उस गरीब पीड़ित ओम प्रकाश के खेत पर जबरदस्ती अवैध रूप से कब्जा कर लिया है,

जब दुबारा दबंग भूमाफिया अमीर बक्श सिंह के द्वारा दलित पीड़ित ओम प्रकाश के खेत पर कब्जा किया गया, अगर सूत्रों की मानें तो दलित पीड़ित ओम प्रकाश के द्वारा कोतवाली महमूदाबाद में एक शिकायती प्रार्थना पत्र दिया गया, मगर पुलिस के द्वारा इस मामले में कोई कार्यवाही ना करते हुए यह कह कर टाल दिया कि यह मामला राजस्व विभाग का है,

आप तहसील में जाकर अपनी शिकायत उपजिलाधिकारी महोदय से करो,

उसके बाद दलित पीड़ित ओम प्रकाश के द्वारा तहसील प्रशासन महमूदाबाद के आलाधिकारी को एक शिकायती प्रार्थना पत्र दिया, मगर अभी तक कार्यवाही शून्य चल रही है,

क्या ऐसे ही उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ की सरकार में दलितों का शोषण होता रहेगा,

क्या योगी आदित्यनाथ की सरकार में ऐसे ही भूमाफियाओं का राज कायम रहेगा,

क्या योगी आदित्यनाथ की सरकार में ऐसे ही गरीब पीड़ित दलितों के साथ स्थानीय प्रशासन न्याय करता रहेगा,

यह तो बहुत निंदनीय कार्य हो रहा है, जब कोई गरीब पीड़ित व्यक्ति को अनावश्यक परेशान होना पड़ता है,

तो वह गरीब पीड़ित व्यक्ति स्थानीय अधिकारियों व कर्मचारियों के पास इस आशय से प्रार्थना पत्र को लेकर जाता है, कि साहब हमारी संपूर्ण बाद सुनकर हमको न्याय देंगे,

मगर जब उस गरीब पीड़ित व्यक्ति को समय से उचित न्याय नहीं मिलता है, तो ऐसे व्यक्तियों का मन बहुत ही दुखि:त हो जाता है, तब उनकी आत्मा से श्राप ही निकलता है,

और कभी कभी वह श्राप सत्य हो जाता है, जिसके बहुत से उदाहरण मौजूद हैं,

देखना अब है कि न्याय मांगने वाले दलित पीड़ित व्यक्ति ओम प्रकाश को योगी आदित्यनाथ की सरकार में न्याय मिलता है कि नहीं,

या फिर ऐसे ही भूमाफियाओं का रूतबा कायम रहता है,

खबर लिखे जाने तक दलित पीड़ित व्यक्ति ओम प्रकाश को न्याय नहीं मिला था।

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