स्कूल जाने वाले बच्चों ने छोड़ा स्कूल

in #madhyapradesh2 years ago (edited)

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प्रदेश में 13 लाख 78 हजार 520 स्कूल नहीं जा रहे

अनूपपुर। स्कूल चले हम और हर बच्चे को शिक्षा का अधिकार। यही नारा और दावा है प्रदेश सरकार का लेकिन हकीकत काफी अलग है। प्रदेश में 13 लाख 78 हजार 520 बच्चों ने शाला छोड़ दी हैं। इनमें सबसे अधिक बच्चे कक्षा 8वीं के बाद स्कूल छोड़ चुके हैं। ये आंकड़े और किसी के नही बल्कि शिक्षा विभाग के एमपी एजुकेशन पोर्टल 2.0 की 2021-22 की रिपोर्ट में भी देखे जा सकते हैं। अकेले अनूपपुर जिले की बात की जाए तो 1555 मौजूद है मगर कितने बच्चो ने स्कूल छोड़ा उसका अकड़ा विभाग बता पाने में नाकाम है।
शिक्षा विभाग 13.78 लाख बच्चों को वापस स्कूल में प्रवेश दिलाने की कवायद में जुटा हुआ है। विभाग का दावा है कि उसने अभी तक 9.40 लाख बच्चों का सर्वे कर लिया है। इनमें से एक लाख से अधिक बच्चों को प्रवेश के लिए चिह्नित भी किया है। सर्वे के मुताबिक प्रदेश के 3.35 लाख बच्चे अपने परिवार के साथ कहीं और शिफ्ट हो गए हैं, जबकि 15 हजार 185 बच्चों की मौत हो चुकी हैं।
इसके अलावा 1 लाख 55 हजार 35 बच्चे 18 साल से अधिक उम्र के हो चुके हैं। सर्वे में 11,377 परिवार गैर मौजूद मिले हैं। 2 लाख 4 हजार 870 बच्चे पहले से शाला में प्रवेश लेना बताए गए हैं। शाला त्यागी बच्चों में सबसे ज्यादा बेटियां पढ़ाई छोड़कर घर बैठी हुई हैं। 30 जून तक स्कूलों में बच्चों के प्रवेश की प्रक्रिया चली है। 30 जून के बाद दाखिले से छूटे बच्चों को प्रवेश दिलाने के लिए फिर से सर्वे कराने की बात भी कही जा रही है।
इस योजना के माध्यम से बच्चों की पढ़ाई के हो रहे नुकसान की भरपाई होगी। योजना में कक्षा 1 से 12 तक के छात्रों को सभी विषयों की पढ़ाई कराई जाएगी। हमारा घर हमारा विद्यालय योजना में हर विषय की क्लास 1 घंटे की होगी। इससे छात्रों को घर में पूरी तरह स्कूल का माहौल मिलेगा। छात्र घर में रहकर ही बोर या तनाव में न आ जाएं इसके लिए शनिवार को मनोरंजन से जुड़ी गतिविधियाँ भी कराई जाएंगी। इस योजना के माध्यम से योग शिक्षा भी दी जाएगी ताकि उनकी रुचि पढ़ाई के प्रति बनी रहे।

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Par kiu

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