मध्यप्रदेश ने रचा इतिहास

in #madhyapradesh2 years ago

बेंगलुरु के एम चिन्‍नास्‍वामी स्‍टेडियम पर खेले गए रणजी ट्रॉफी फाइनल के अंतिम दिन रविवार को मप्र की टीम ने 108 रन के लक्ष्‍य को 4 विकेट खोकर हासिल कर लिया।
मध्‍यप्रदेश ने रणजी ट्रॉफी के फाइनल में 41 बार की चैंपियन मुंबई को 6 विकेट से हराकर इतिहास रच दिया। पहली बार मप्र ने रणजी ट्रॉफी पर कब्जा जमाया है। सीएम शिवराज सिंह ने रणजी ट्रॉफी जीतने पर मप्र टीम को बधाई देते हुए टीम के लौटने पर उसके नागरिक अभिनंदन का ऐलान किया है।

मुंबई ने रणजी ट्रॉफी फाइनल में टॉस जीतकर पहले बल्‍लेबाजी करने का फैसला किया था। मुंबई की पहली पारी 374 रन पर समाप्त हुई थी। इसके जवाब में मध्‍यप्रदेश ने पहली पारी में 536 रन बनाए और पहली पारी के आधार पर 162 रन की बढ़त हासिल की। चौथे दिन मुंबई ने तेजी से रन बटोरे पर उसकी दूसरी पारी 269 रन पर सिमट गई। इस तरह मध्‍यप्रदेश को जीत के लिए 108 रन का लक्ष्‍य मिला, जिसे उसने 29.5 ओवर में चार विकेट खोकर हासिल कर लिया।

23 साल पहले यानी 1998-99 में मध्‍यप्रदेश की टीम रणजी ट्रॉफी फाइनल में पहुंची थी। तब टीम के कप्‍तान चंद्रकांत पंडित थे। हालांकि मध्‍यप्रदेश को कर्नाटक के हाथों शिकस्‍त झेलनी पड़ी थी। इस बार पंडित कोच की भूमिका में थे।उनके मार्गदर्शन में मप्र टीम ने कमाल का प्रदर्शन करते हुए पहली बार रणजी ट्रॉफी जीतने में कामयाबी हासिल की। मध्‍यप्रदेश रणजी ट्रॉफी खिताब जीतने वाली 20वीं टीम बनी।

सीएम शिवराज ने दी क्रिकेट टीम को बधाई।

सीएम शिवराज सिंह ने रणजी ट्रॉफी जीतने पर मप्र क्रिकेट टीम को बधाई दी है। उन्होंने कहा कि टीम के बंगलुरू से लौटने पर भोपाल में कोच चंद्रकांत पंडित और सभी खिलाड़ियों का नागरिक अभिनंदन किया जाएगा।

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Madhya Pradesh Ko hardik shubhkamnaye