चरम पर पंचायत का रण

in #madhyapradesh2 years ago (edited)

अनूपपुर

जिला पंचायत अनूपपुर की वार्ड क्रमांक 7 जो अनारक्षित महिला के लिए मुक्त वार्ड है जहां इस बार मुकाबला काफी रोचक बना हुआ है राधा द्वारिका उपाध्याय रिंकू रामजी मिश्रा लेखन दास चंद्रा मंगलदीन साहू मजबूती के साथ मैदान में है मगर जनता का रुख धीरे धीरे साफ होता हुआ ! एक तरफ जहां राधा द्वारिका उपाध्याय को युवाओं के साथ-साथ भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं और नेताओं का वाह जनता के बीच अपनी सेवा भावनाओं का भरपूर सहयोग मिल रहा ! तो वही रिंकू रामजी मिश्रा को युवाओं और नदी इस पार के फैक्टर का भी लाभ मिल सकता है एक तरफ यूथ कांग्रेस के जिलाध्यक्ष गुड्डू चौहान ने सोशल मीडिया में रिंकू रामजी मिश्रा के लिए पोस्ट जारी कर समर्थन मांग लिया है ! अगर बात करें मंगलदीन साहू की तो कहीं ना कहीं साहू समाज में नाराजगी का दंश इन को झेलना पड़ सकता है क्योंकि साहू समाज के जातीय समीकरण के बीचो बीच शुद्धू साहू और महेश साहू के मैदान में आ जाने से मुकाबला और भी ज्यादा रोचक हो चुका है और इस बार जनता बदलाव के मूड में दिखाई दे रही है! वही इस बार लेखन दास चंद्रा बसपा छोड़कर हाल ही में कांग्रेस पार्टी की सदस्यता ले लिए थी और जिला पंचायत के चुनाव में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं लेखन चंद्रा जनता के लिए किए हुए जनसेवा को लेकर मैदान में है ! वहीं भाजपा की बागी प्रत्याशी ममता अनुज सोनी भी मैदान में आकर क्षेत्र में प्रचार-प्रसार के माध्यम से दिखाई देने लगी है !

कांग्रेस ने पहले ही छोड़ा मैदान नही दिया किसी को समर्थन पत्र , "जो जीता हमारा" वाली कहानी तो बनाने के फिराक में नही है कांग्रेस

कांग्रेस के तीन कार्यकर्ता मैदान में जबकि भाजपा ने राधा द्वारिका उपाध्याय को दिया अपना समर्थन कांग्रेस पार्टी की तरफ से तीन कार्यकर्ता मंगलदीन साहू, रिंकू रामजी मिश्रा और लेखन चंद्रा मैदान में है तो वहीं भारतीय जनता पार्टी के बागी के रूप में ममता अनुज सोनी ,सुद्दू साहू और महेश साहू मैदान में है ! हालांकि पिछले बार भी जिला पंचायत के चुनाव में एडवोकेट रमेश गुप्ता को बागियों ने परास्त कर दिया था मगर इस बार भाजपा ने पहले ही प्रत्याशी घोषित करके बागियों को कमजोर कर दिया और लड़ाई में राधा द्वारिका उपाध्याय को ला दिया ! और कांग्रेस ने जिले में किसी भी प्रत्याशी को अपना समर्थन ना देकर कहीं "जो जीता हमारा" वाली कहानी को चरितार्थ करने की फिराक में तो नहीं जिले का नेतृत्व और हारे तो आखिर में "हार का ठीकरा" भी नहीं फूटेगा !

इस बार आ रहे रुझानों में पिछले लगभग 20 वर्षो का टूटने की प्रबल संभावना क्षेत्र वार्ड क्रमांक 7 में दिखाई दे रही है ! जनता है बदलाव के मूड में साहू समाज ने नाराजगी साफ तौर पर जाहिर करते हुए उतार दिए अपने ही समाज से 2 और प्रत्याशी सुद्धु साहू और महेश साहू ! अंतिम फैसला जनता के हाथ !

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