रेल पटरी पर मिली इंजीनियरिंग छात्र की लाश, मौत से पहले पिता को उसके फोन से मिला था व्हाट्सप मैसेज
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल (Bhopal) में इंजीनयरिंग के छात्र के मौत की गुत्थी उलझ गई है. पुलिस अभी तक मिले सुबूतों के आधार पर इसे खुदकुशी मान रही है. पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट (Postmortem report) में भी छात्र की मौत की वजह ट्रेन से कटना है. वहीं पुलिस की इस जांच पर मृतक के पिता ने सवाल उठाए हैं. उनका कहना है कि उनका बेटा खुदकुशी नहीं कर सकता. उसके मोबाइल से आये मैसेज ने मामले को और उलझा दिया है.
एक निजी कॉलेज में इंजीनियरिंग का छात्र निशांक रविवार आखिरी बार भोपाल के ट्रैफिक सिग्नल में लगे कैमरे में दिखा. इसके बाद 5.44 मिनट पर निशांक के फोन से उसके पिता के फोन पर धड़ाधड़ 3 मैसेज आये. यही मैसेज उसके सोशल मीडिया पर भी पोस्ट किये गये. 6.10 मिनट पर पता लगा कि भोपाल नर्मदापुरम ट्रैक पर निशांत का शव मिला है. एम्स में शॉर्ट पोस्टमॉर्टम में मौत की वजह ट्रेन से कटना बताया गया है. सूत्रों के मुताबिक पुलिस के पास इसे खुदकुशी मानने की कई वजहें हैं.
पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में मौत की वजह ट्रेन से कटने की पुष्टि हुई है. शरीर पर किसी तरह की बाहरी चोट के निशान नहीं मिले हैं. निशांक के खुद ही घटना स्थल तक पहुंचने की पुष्टि हो चुकी है. उसका अपहरण नहीं हुआ. नूपुर शर्मा के समर्थन में पोस्ट, कमेंट या लाइक उसके सोशल मीडिया अकाउंट्स में नहीं मिला.
पिता भी किसी पोस्ट से किया इनकार
मृतक के पिता उमाशंकर राठौर ने कहा कि मुझे भरोसा नहीं है कि वो आत्महत्या कर सकता है. उसकी मोबाइल से ही किया लेकिन वो राठौर साहब से मुझे संबोधित नहीं कर सकता. उसने कभी ऐसी पोस्ट नहीं की वो ऐसी गतिविधियों में नहीं था. बहरहाल, पुलिस और पिता की थ्योरी को खंगालने सरकार ने एसआईटी जांच का ऐलान कर दिया है
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