●मासूम की मौत के बाद नसीब नहीं हुआ शव वाहन

..
●शव को कंधे पर रखकर पैदल निकल पड़ा चाचा..

छतरपुर जिले के बकस्वाहा में मंगलवार को स्थानीय प्रशासन की व्यवस्थाओं की पोल खोलने वाला एक संवेदनशील मामला प्रकाश में आया है।

दरअसल दमोह जिला अस्पताल में एक मासूम बच्ची की मौत हो गई थी जिसके बाद उसके परिजन बकस्वाहा तक तो शव ले आए लेकिन बकस्वाहा से 4 किमी दूर स्थित गांव तक शव ले जाने के लिए उन्हें शव वाहन नसीब नहीं हुआ। काफी प्रयासों के बाद मृतक बच्ची के चाचा ने शव को कंधे पर रखकर पैदल चलना शुरु कर दिया। बाद में नगर परिषद द्वारा शव वाहन की व्यवस्था कर शव को गांव तक पहुंचाया गया।

जानकारी के मुताबिक बकस्वाहा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में समीपी ग्राम पोंडी निवासी लक्ष्मण अहिरवार की 4 वर्षीय पुत्री राधा को बुखार के चलते भर्ती कराया गया था। बच्ची की हालत गंभीर होने के कारण चिकित्सकों ने उसे जिला अस्पताल रिफर कर दिया जहां जिला अस्पताल में उपचार के दौरान राधा की मौत हो गई। जिला अस्पताल से बच्ची का शव बक्सवाहा तक तो पहुंच गया लेकिन बकस्वाहा से पौंड़ी तक जाने के लिए परिजनों को शव वाहन नहीं मिल पा रहा था। शव वाहन की तलाश में काफी देर तक परिजन परेशान होते रहे लेकिन जब शव वाहन नहीं मिला तो बच्ची के चाचा ने मासूम के शव को कंधे पर रखकर पैदल चलना शुरु कर दिया। जब लोगों ने यह दृश्य देखा तो खबर आग की तरह फैल गई। बाद में नगर परिषद द्वारा तत्काल शव वाहन की व्यवस्था करते हुए आधे रास्ते से शव को वाहन में रखवाकर गांव भेजा गया।

वहीं SDM राहुल सिलाडिय़ा का कहना है कि मामला मारे संज्ञान में आया है, भविष्य में इस तरह के घटनाक्रम की पुनरावृत्ति न हो इसके लिए जिम्मेदार अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए जाएंगे साथ ही इस मामले में दोषी कर्मचारियों के खिलाफ कार्यवाही को जाएगा

Sort:  

अब समय आ गया है कि लोग लाइक का महत्व समझें
बाद में वही लोग जो आज लाइक कमेंट नही कर रहे हैं
वो आपको तलाश कर निवेदन करेंगे कि भइया मेरी न्यूज़ को एक लाइक दे दो
अभी समय है जाग जाओ मेरे साथियों