स्वावलंबी भारत अभियान के तहत एसआर ग्रुप ऑफ़ इंस्टिट्यूशन में शुरू कार्यशाला

in #lucknow2 years ago

लखनऊ । स्वावलंबी भारत अभियान के तहत उत्तर प्रदेश- उत्तराखंड की क्षेत्रीय कार्यशाला एस आर ग्रुप ऑफ इन्स्टिट्यूशनस मे शुरू हुई । दो दिवसीय कार्यशाला के प्रथम दिन मुख्य अतिथि अपर मुख्य सचिव नवनीत सहगल ने कहा कि सरकार युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट, स्टार्टअप और आत्मनिर्भर भारत अभियान अपेक्षा से अधिक सफल हो रहे हैं ।
मुख्य वक्ता स्वदेशी जागरण मंच के अखिल भारतीय सह संगठक सतीश कुमार ने कहा कि युवा स्वावलंबी बनने को आतुर हैं । वे नौकरी ढूंढने में नहीं रोजगार सृजन में योगदान दे रहे हैं । कौशल विकास के जरिए वे खुद को निखार रहें हैं । उन्होंने बताया कि अयोध्या के एक युवा सीता राम यादव ने मिसाल कायम की है । उन्होंने दिल्ली जाकर ‘बीटीडब्ल्यू ’ (बिट्टू टिक्की वाला) ब्रांड स्थापित किया । कुछ वर्षों में ही उनका टर्नओवर 650 करोड़ रुपए पहुंच गया । यही नहीं, वे 5500 युवाओं को रोजगार भी मुहैया करा रहे हैं । विशिष्ट अतिथि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के राष्ट्रीय संगठन मंत्री आशीष चौहान ने कहा कि वक्त की जरूरत है कि युवाओं को नई दृष्टि दी जाए । इससे युवा स्किल की कमी को दूर कर एक से एक अच्छा और सफल स्टार्टप स्थापित कर सकेंगे । गुजरात, मुंबई, पुणे, बेंगलुरु, इंदौर आदि में तेजी से ऐसे स्टार्टप पनप रहे हैं । युवाओं की रोजगार जरूरतों को राजनेता भी अनदेखा नहीं कर पाते हैं वे भी जॉब प्रोवाइडर की बात करते हैं । अध्यक्षता कर रहे आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ बृजेंद्र सिंह ने कहा कि गांव और वहां की आबादी को आत्मनिर्भर बनाए बिना स्वावलंबी भारत का लक्ष्य पूरा नहीं हो सकता । स्वागत भाषण में एस आर जी आई के वाइस चेयरमैन पीयूष सिंह चौहान ने कहा कि युवा देश की ताकत हैं । इन्हें सही मार्गदर्शन देना समाज के हर वर्ग का दायित्व है । अवध प्रांत के प्रांत समन्वयक अनुपम श्रीवास्तव ने कहा कि उत्तर प्रदेश- उत्तराखंड को स्वावलंबी बनाने की पहल निश्चित रंग लाएगी । उन्होंने सभी अतिथियों, विशेषज्ञों का आभार जताया । कहा, आयोजन में उत्साही सहभागिता दर्शाती है कि हम आत्मनिर्भर बनेंगे । उन्होंने कहा कि आयोजन स्थल भी पौराणिक और ऊर्जा देने वाला है । मां चंद्रिका देवी की यह स्थली अभयदान देने वाली है । इसका वर्णन त्रेतायुग, महाभारत काल में भी है । कार्यशाला 26 जून को भी चलेगी । कार्यशाला का संचालन अक्षय प्रताप सिंह ने किया ।IMG-20220625-WA0448.jpg