जन्माष्टमी के लिए मथुरा यात्रा में यात्री परेशान
ललितपुर 25 अगस्त (डेस्क):-ललितपुर से मथुरा जाने के लिए लोगों को जन्माष्टमी के अवसर पर कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। यहां से भगवान कृष्ण की जन्मभूमि मथुरा पहुंचने के लिए रेलमार्ग ही एकमात्र सुगम साधन है, क्योंकि सीधी बसें नहीं चलतीं। इस वजह से लोग सामान्य कोच में यात्रा करने के लिए मजबूर हैं, लेकिन वहां भी भीड़ इतनी ज्यादा है कि जगह मिलना मुश्किल हो गया है। आरक्षण की स्थिति भी चिंताजनक है, जहां पंद्रह दिन पहले बुक किए गए वेटिंग टिकट भी कंफर्म नहीं हो पा रहे हैं।
ललितपुर से मथुरा के लिए कुल 17 ट्रेनें चलती हैं, लेकिन इनमें से केवल शताब्दी एक्सप्रेस में ही सीटें उपलब्ध हैं। बाकी ट्रेनों में सीटें पूरी तरह से बुक हो चुकी हैं, और तत्काल आरक्षण में भी कोई जगह नहीं बची है। ललितपुर से मथुरा जाने वाली ट्रेनों में जबलपुर-निजामुद्दीन, उत्कल एक्सप्रेस, सचखंड एक्सप्रेस, हीराकुंड एक्सप्रेस, समता एक्सप्रेस, छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस, झेलम एक्सप्रेस, पंजाब मेल एक्सप्रेस, शताब्दी एक्सप्रेस, अमृतसर एक्सप्रेस, पातालकोट एक्सप्रेस, दक्षिण एक्सप्रेस, मालवा एक्सप्रेस, जबलपुर निजामुद्दीन एक्सप्रेस, खजुराहो एक्सप्रेस, गोंडवाना एक्सप्रेस शामिल हैं।
मथुरा में कृष्ण जन्मोत्सव मनाने के लिए ललितपुर ही नहीं, बल्कि आसपास के इलाकों जैसे मध्य प्रदेश के चंदेरी आदि से भी बड़ी संख्या में लोग आ रहे हैं, लेकिन यातायात की असुविधाओं के कारण उन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। लोगों का कहना है कि त्योहार के इस महत्वपूर्ण समय में रेल प्रशासन को अधिक ट्रेनें चलानी चाहिए या अतिरिक्त कोचों की व्यवस्था करनी चाहिए, ताकि यात्री आसानी से यात्रा कर सकें।
रेलवे स्टेशन पर भारी भीड़ और अव्यवस्थित स्थिति के कारण यात्रियों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। जगह की कमी और सीटों की अनुपलब्धता ने लोगों को निराश कर दिया है। जन्माष्टमी जैसे पवित्र अवसर पर मथुरा जाने के लिए यात्रियों की संख्या में भारी वृद्धि होती है, और इस बात को ध्यान में रखते हुए रेलवे प्रशासन को उपयुक्त कदम उठाने की जरूरत है ताकि भक्तजन बिना किसी परेशानी के मथुरा पहुंचकर भगवान कृष्ण के जन्मोत्सव का आनंद ले सकें।
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