कोतवाली पुलिस दहेज हत्या के नामजद अभियुक्तों को गिरफ्तार करने में नाकाम

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आकिल शेख
A भारत न्यूज

लखीमपुर खीरी। खीरी जनपद की कोतवाली सदर पुलिस दहेज हत्या के नामजद अभियुक्तों को गिरफ्तार करने में नाकाम साबित हो रही हैं। वारदात के डेढ़ महीने बाद भी पुलिस अभी तक मुख्य अभियुक्तों को गिरफ्तार नहीं कर पाईं है, हालांकि एक नामजद अभियुक्ता ने कोतवाली पुलिस को गच्चा देकर अदालत में आत्मसमर्पण कर दिया है। दहेज की बलि चढी अपनी मासूम बेटी को इंंसाफ दिलाने के लिए लाचार मां बाप दर दर भटककर इंसाफ की गुहार लगा रहे है। लेकिन कोतवाली सदर पुलिस हाथ पर हाथ धरे बैठी है।

जानकारी के अनुसार कोतवाली सदर की महेवागंज पुलिस चौकी क्षेत्र के गांव बालूडीह मजरा दलालनपुरवा निवासी दिलावर अली व उसकी पत्नी मुन्नी ने खीरी सांसद व केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र टेनी को दिये शिकायती पत्र में बताया कि उन्होंने अपनी बेटी हुसनबानो का निकाह 6 वर्ष पूर्व कोतवाली सदर क्षेत्र के देउवापुर गांव निवासी फिदा हुसैन के बेटे मो0 दीन उर्फ बबलू के साथ किया था। शादी में उन्होंने अपनी हैसियत मुताबिक बाइक समेत तमाम दान दहेज भी दिया था। लेकिन दहेजलोभी ससुरालियों ने शादी के कुछ समय बाद से ही उनकी बेटी हुस्नबानो को अतिरिक्त दहेज लाने के लिए प्रताड़ित करना शुरू कर दिया था। लेकिन हुस्नबानो अपने पिता की माली हालत जानते हुए तथा लोक लज्जा के चलते ससुरालियों का जुल्म सहती रही।

पीडित दिलावर अली ने बताया कि आखिरकार दहेजलोभी ससुरालियों ने बीती 10 अप्रैल को उनकी बेटी हुस्नबानो को पहले बुरी तरह मारा पीटा, फिर रस्सी से गला घोंट कर उसे मार दिया। बाद में घटना को आत्महत्या का रुप देने के लिए कमरे में लटका दिया। हुस्नबानो की मौत के बाद ससुरालीजन उसके शव को जिला अस्पताल लाये तथा वही पर शव को छोडकर फरार हो गये। इस मामले में कोतवाली पुलिस ने मृतका के पति मो0 दीन उर्फ बबलू, देवर ताजू व भोले, ननद रफीकुन व गुडिया तथा सास मुन्नी के खिलाफ धारा 498 ए, 304 बी, दहेज प्रतिषेध अधिनियम की धारा 3 व 4 के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया। लेकिन कोतवाली पुलिस ने अभी तक किसी भी नामजद अभियुक्तों को गिरफ्तार नही किया है।

पीडित दिलावर अली का आरोप है कि कोतवाली पुलिस ने नामजद अभियुक्तों से सांठगांठ कर ली है, जिसके चलते पुलिस अभियुक्तों को गिरफ्तार नहीं कर रही हैं।
पीडित दिलावर अली ने बताया कि अपनी बेटी को इंसाफ दिलाने के लिए वह दर दर भटक रहे है, उन्होंने खीरी जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक तथा खीरी सांसद व केंद्रीय गृह राज्य मंत्री समेत अन्य उच्चाधिकारियों को शिकायती पत्र देकर इंसाफ की गुहार लगायी है।