सीएमओ साहब, जीवन हॉस्पिटल पर आखिर क्यों मेहरबान है स्वास्थ्य विभाग ?

Screenshot_20230404-201549~2.png

सीएमओ साहब, जीवन हॉस्पिटल पर आखिर क्यों मेहरबान है स्वास्थ्य विभाग ?

कमलजीत सिंह

लखीमपुर खीरी। खीरी जनपद की रामापुर रोड पर सलेमपुर कोन में अवैध रूप से चल रहा जीवन हॉस्पिटल अभी भी बेरोकटोक जारी है। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने अभी तक इस अवैध अस्पताल के खिलाफ कोई भी कार्रवाई नहीं की है। जिसको लेकर यह चर्चा आम हो गई है कि जीवन हॉस्पिटल के संचालक ने स्वास्थ्य विभाग में सांठगांठ कर ली है। हालांकि खीरी सीएमओ का दावा है कि स्वास्थ्य विभाग की टीम अवैध अस्पतालों के खिलाफ लगातार कार्रवाई कर रही है। लेकिन शायद खीरी सीएमओ अपनी स्वास्थ्य विभाग की टीम व जीवन हॉस्पिटल के गठजोड़ से अंजान है।

Screenshot_20230404-202021~2.png

ऐसा हम नहीं कह रहे बल्कि स्वास्थ्य विभाग की कार्यशैली खुद ब खुद स्वास्थ्य विभाग की पोल खोल रही है। ज्ञात हो कि बीते कुछ दिनों पहले अखबारों व सोशल मीडिया पर शहर में अवैध रूप से चल रहे प्राइवेट अस्पतालों की खबर प्रकाशित हुई थी। जिसमें रामापुर रोड पर सलेमपुर कोन में अवैध रूप से चल रहे जीवन हॉस्पिटल की खबर भी प्रमुखता से प्रकाशित की गई थी। इस दौरान स्वास्थ्य विभाग की टीम ने इन अस्पतालों की जांच पड़ताल करते हुए कार्रवाई भी की। लेकिन स्वास्थ्य विभाग की टीम ने अवैध रूप से चल रहे जीवन हॉस्पिटल नाम के अस्पताल के खिलाफ कार्रवाई करना तो दूर की बात, जांच पड़ताल करना भी मुनासिब नहीं समझा। स्वास्थ्य विभाग की टीम की मेहरबानी के चलते जीवन हॉस्पिटल में सरेआम मरीजों के जीवन से खिलवाड़ किया जा रहा है।

Picsart_23-04-01_13-24-27-875.jpg

खीरी जनपद के जिला मुख्यालय से रामापुर जाने वाले मार्ग पर सलेमपुर कोन में जीवन हॉस्पिटल नाम से एक प्राइवेट अस्पताल काफी समय से संचालित हो रहा है। आरोप है कि इस अस्पताल का स्वास्थ्य विभाग में अभी तक न तो रजिस्ट्रेशन हुआ है और न ही यहां कोई डिग्रीधारी डाक्टर बैठते हैं। इस अस्पताल में झोलाछाप डाक्टर व अनट्रेंड नर्से धडल्ले से मरीजों के जीवन के साथ खिलवाड़ करने में जुटे हैं। जीवन हॉस्पिटल का संचालक व तथाकथित झोलाछाप डॉक्टर शहनवाज स्वास्थ्य विभाग से सेटिंग्स गेटिंग के तहत धडल्ले से अपना कारोबार चला रहा हैं। क्षेत्र के लोगों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि इस अस्पताल के संचालक शहनवाज ने पूरे इलाके में अपने कई एजेंटों का जाल फैला रखा है, इसके अलावा कई आशाओं को भी अपना एजेंट बना रखा है। जोकि अपने मोटे कमीशन के लालच में अच्छे व बेहतर इलाज का झांसा देकर मरीजों को इस अस्पताल में भर्ती करा देते है। उसके बाद यहां पर बड़े डाक्टरों के नाम पर मरीजों का जमकर शोषण किया जाता है। चर्चा है कि इस अस्पताल में गर्भपात की आड़ में भ्रूण हत्या का काला कारोबार भी सरेआम किया जाता है। लेकिन स्वास्थ्य विभाग में गहरी पैठ व सेटिंग गेटिंग के चलते इस अवैध अस्पताल के खिलाफ विभाग कोई कार्रवाई करना मुनासिब नहीं समझता।

Picsart_23-03-28_13-47-41-899.jpg

अवैध अस्पतालों के विरुद्ध कार्रवाई को लेकर खीरी सीएमओ डॉ संतोष कुमार गुप्ता के दावे भी हवा हवाई साबित हो रहे हैं। वहीं उनके अधीनस्थ अधिकारी कार्रवाई के नाम पर कुछ अस्पतालों से मोटी रकम लेकर उनको अभयदान दे रहे हैं और जहां पर उन्हें मोंटी रकम नहीं मिलती, उस अवैध अस्पताल को बलि का बकरा बना डालते हैं। स्वास्थ्य विभाग की कार्रवाई से साफ पता चलता है कि खीरी सीएमओ डॉ संतोष कुमार गुप्ता का अपनी टीम पर कोई अंकुश नहीं है।