कागज में मृत दिखाकर वृद्धावस्था पेंशन से कर दिया वंचित

कुशीनगर 15 सितंबर : (डेस्क) खड्डा के बुजुर्ग का यह मामला
कागज में मृत दिखाकर पेंशन से किया वंचित परेशान व्यक्ति सरकारी दफ्तरों का कर रहा चक्कर लेकिन उसकी सुनने वाला नहीं कोई

1000056990.jpg

खड्डा में एक बुजुर्ग व्यक्ति को एक गंभीर समस्या का सामना करना पड़ रहा है। उसे सरकारी कागजात में मृत दिखाकर वृद्धावस्था पेंशन से वंचित कर दिया गया है। यह मामला न केवल उसके लिए बल्कि उसके परिवार के लिए भी चिंता का विषय बन गया है।

पेंशन से वंचित

इस बुजुर्ग व्यक्ति ने अपनी वृद्धावस्था पेंशन के लिए आवेदन किया था, लेकिन जब उसे पेंशन की राशि नहीं मिली, तो उसने इसकी वजह जानने के लिए संबंधित सरकारी दफ्तरों का चक्कर लगाना शुरू किया। जांच करने पर पता चला कि उसके नाम के साथ कागजात में "मृत" का उल्लेख किया गया है। यह स्थिति उसके लिए बेहद निराशाजनक और परेशान करने वाली है, क्योंकि वह अपनी बुनियादी जरूरतों को पूरा करने के लिए इस पेंशन पर निर्भर है।

सरकारी दफ्तरों में दौड़-भाग

बुजुर्ग व्यक्ति ने कई सरकारी दफ्तरों का दौरा किया, लेकिन हर बार उसे निराशा ही हाथ लगी। अधिकारियों ने उसकी समस्या को गंभीरता से नहीं लिया और उसे हर बार टालते रहे। उसने कई बार अपनी स्थिति को स्पष्ट करने की कोशिश की, लेकिन उसकी सुनने वाला कोई नहीं था। यह स्थिति न केवल उसकी मानसिक स्वास्थ्य पर असर डाल रही है, बल्कि उसके परिवार पर भी आर्थिक बोझ बढ़ा रही है।

समाज और प्रशासन की जिम्मेदारी

इस मामले ने स्थानीय समुदाय में चिंता पैदा कर दी है। लोग इस बात पर चर्चा कर रहे हैं कि कैसे एक बुजुर्ग व्यक्ति को इस तरह की कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। यह मामला प्रशासन की जिम्मेदारी को भी उजागर करता है कि उन्हें ऐसे मामलों में त्वरित कार्रवाई करनी चाहिए और सुनिश्चित करना चाहिए कि कोई भी व्यक्ति अपने अधिकारों से वंचित न हो।

निष्कर्ष

इस बुजुर्ग व्यक्ति की कहानी एक गंभीर सामाजिक समस्या को उजागर करती है। यह आवश्यक है कि सरकारी तंत्र में सुधार किया जाए ताकि ऐसे मामलों में त्वरित समाधान मिल सके। समाज को भी चाहिए कि वे ऐसे लोगों की मदद करें, ताकि उन्हें न्याय मिल सके और उनकी समस्याओं का समाधान हो सके।