पिंकी ने जीती कुपोषण से जंग

in #kuposhan2 years ago (edited)

सफलता की कहानी

अति गंभीर कुपोषित बालिका खुशी ने कुपोषण को दी मात

पिंकी के स्वस्थ्य होने से परिवार में छाईं खुशियां

कलेक्टर के निर्देशन में कुपोषण मुक्त बिजावरIMG-20220916-WA0011.jpg बनाने की जा रही विशेष पहल

कलेक्टर श्री संदीप जी आर के निर्देशन व अनुविभागीय अधिकारी राहुल सिलाड़िया के मार्गदर्शन में और महिला वाल विकास विभाग के परियोजना अधिकारी ,प्राभारी चिकित्सक डाँक्टर मनोज पाल व पोषण पुनर्वास केन्द्र के प्राभारी निष्ठा भट्ट के सहयोग से कुपोषण मुक्त बनाने के लिए पोषण अभियान के तहत विशेष पहल की जा रही है। इसके तहत बिजावर तहसील में अति गंभीर कुपोषित एवं कुपोषित बच्चे हैं उनका चिंहान्कन करते हुए प्रोटोकॉल के तहत देख भाल की जाती है जिसके तहत हर हफ्ते मैदानी टीम द्वारा उनके घरों पर विजिट करते हुए शुरूआत के दिनों में अतिरिक्त पोषण आहार दिया जाता है और माता-पिता को समझाइस दी जाती है। जो बच्चें घर या आंगनवाड़ी स्तर पर ठीक नहीं होते हैं उनको एनआरसी में भर्ती कर ईलाज व विशेष देखरेख में उन्हें स्वस्थ्य किया जाता है। आंगनवाड़ियों में पोषण बाटिकाओं का आयोजन किया जाता है। जिससे भोजन के अलावा जो भी सूक्ष्म पोषण होते है की परिवारजनों को जानकारी मिल सके जिससे वह पोषणयुक्त रहे। इसमें समाज भी भागीदारी निभाता है। बिजावर तहसील में में पिछले 3 माह के भीतर 60 प्रतिशत से अधिक बच्चें कुपोषण से बाहर आ चुके हैं।
ऐसी ही एक कहानी है 4 माह की नन्ही बच्ची पिंकी की जो बिजावर के शाहगढ़ के ग्रामीण क्षेत्र पिंकी के पिता धरमदास कोंदर ने बताया कि पिंकी जन्म से ही कमजोर थी कुछ समय बाद खुशी अति कुपोषित स्थिति में पहुंच गई। तब हम ने आंगनवाड़ी केन्द्र में जाकर चेक करवाया तो आगनवाड़ी कार्यकर्ता गुलाब बाई जैन एवं सुपरवाइजर स्मिता वर्मा के द्वारा समझाइस दी गयी एवं 24 अगस्त 2022 को ही बिजावर के पोषण पुनर्वास केंद्र में पिंकी को भर्ती करवाया गया। परियोजना अधिकारी राजकुमार बागरी ने बताया कि भर्ती के समय बच्ची का वजन 2 किलो 300 ग्राम था। एनआरसी में भर्ती होने से बच्ची के स्वास्थ्य में सुधार हुआ है और उसका वजन 3किलो 70 ग्राम हो गया, और बच्ची का विशेष ईलाज, देखभाल के कारण खुशी ने कुपोषण को हराया है और खुशी आज खुशी से खेल रही है। पिंकी के माता-पिता ने शासन प्रशासन और महिला एवं बाल विकास तथा स्वास्थ्य विभाग की टीम का धन्यवाद ज्ञापित किया है। सुपरवाइजर स्मिता वर्मा ने बताया कि बच्ची के घर टेकहोम पोषण सामग्री प्रदान की जा रही है और उसके वजन में अब अपेछित वृद्धि हो रही है।
वही पोषण पुनर्वास केन्द्र की प्राभारी श्रीमती निष्ठा भट्ट सपोर्ट स्टाफ उषा राय, दयाशंकर प्रजापति ने पिशेष देख भाल किया और समय पर डाइट दिए और प्राभारी चिकित्सक डाँक्टर मनोज पाल ने दिन में दो बार जांच किए और आवस्यक दावाईयाँ दी जिसके कारण पिंकी ने कुपोषण को हराकर एक नई जिंदगी जी रही है