राप्ती नदी उफान पर बलरामपुर शहर से सटे कई गांव में घुसा पानी लोग जान बचाने को छत पर चढ़े
अशफाक आलम गौरा चौकी गोंडा
बलरामपुर-बढ़नी राष्ट्रीय राजमार्ग 730 पर तीन फुट से अधिक बाढ़ का पानी बह रहा है। प्रशासन ने राष्ट्रीय राजमार्ग पर सभी प्रकार के वाहनों के आवागमन पर रोक लगा दी गई है। इसी तरह बलरामपुर-बहराइच राष्ट्रीय मार्ग बंद कर दिया गया है। एनडीआरएफ की टीम बुला ली गई है, जो बाढ़ पीड़ितों को सुरक्षित
स्थानों पर पहुंचाने में लग गई हैं।
जिले के सभी प्रमुख सरकारी कार्यालय , डीएम ऑफिस, एसपी ऑफिस और विकास भवन जलमग्न हो गए हैं, शहर के अंदर आधी आबादी जलमग्न हो गई है बाढ़ के पानी से हाहाकार मचा है लगातार बारिश होने से हालात और भी बिगड़ गए हैं राप्ती नदी के लगातार बढ़ रहे जल स्तर से दहशत का का माहौल बन गया है बाढ़ ग्रस्त ग्रामीण इलाकों का जिला मुख्यालय से संपर्क कट गया है भीषण तबाही में जिला प्रशासन भी असहाय नजर आ रहा है l
कोडरीघाट पुल का एप्रोच मार्ग कटा,
राप्ती नदी के तेज बहाव में कोडरी घाट का अप्रोच मार्च बह गया है अब धीरे धीरे बांध को राप्ती नदी काट रही हैं बांध कटने से और भी बड़ा हादसा हो सकता है, प्रशासन की रेस्क्यू टीम धीरे धीरे पहुंची रही है l
90 हजार हेक्टेयर फसल बाढ़ के पानी में डूबी
जिले में करीब 90 हजार हेक्टेयर फसल बाढ़ के पानी में डूब गई है। सबसे खराब हालात बलरामपुर सदर तहसील के अंतर्गत आने वाले गांवों के हैं, जो बाढ़ के पानी से घिर गए हैं। हजारों लोग बाढ़ में फंस गए हैं और अपने छतों पर भूखे प्यासे बैठे हैं। लोगों ने जिला प्रशासन से मदद की गुहार लगाई है। बाढ़ का पानी अब बलरामपुर शहर में प्रवेश कर रहा है।
सड़क पर बह रहा 2 फुट पानी
बलरामपुर-बहराइच मार्ग पर कर्बला के सामने 2-2 फुट बाढ़ का बह रहा है। नगर के मुख्य चौराहे पर स्थित दुकानों में बाढ़ का पानी भर गया है। लोग अपनी दुकानों का सामान दूसरी जगहों पर ले जा रहे हैं। राष्ट्रीय राजमार्ग 730 पर ट्रकों की लंबी-लंबी कतारें लग गईं हैं। बाढ़ से जिले की करीब 2 लाख की आबादी प्रभावित हुई है।
12 अक्टूबर तक स्कूल बंद
बलरामपुर में बाढ़ की यह अबतक सबसे बड़ी त्रासदी है, जो लोगों पर टूट पड़ी है। जिलाधिकारी ने बाढ़ प्रभावित कई क्षेत्रों का दौरा कर हालात का जायजा लिया है। डीएम ने 12 अक्टूबर तक इंटर कॉलेजों तक स्कूलों में अवकाश घोषित कर दिया गया है।