केरल के गांव ने कृषि क्षेत्र का समर्थन के लिए बनाई“हरित सेना”, 20महिलाएं और पुरुषों को किया सामिल

in #kerala2 years ago (edited)

Screenshot_2022-08-04-09-56-19-11_6ee1490f6338a5d500212cdd6f65b6c2__01.jpgअलाप्पुझा (केरल), एजेंसी: ऐसे समय में जब कृषि क्षेत्र जलवायु परिवर्तन से लेकर प्रशिक्षित मजदूरों की कमी तक कई चुनौतियों का सामना कर रहा है, तो वहीं केरल की एक ग्राम पंचायत ने कृषि क्षेत्र का समर्थन किया है। किसानों ने श्रम की तेजी से बढ़ रही कमी के मुद्दे को हल करने के लिए अपनी "हरित सेना" का गठन किया है।

अलाप्पुझा जिले के चेरथला तालुक के एक गांव थायकट्टूसेरी में अब कृषि क्षेत्र में सभी प्रकार के कार्यों को करने के लिए अपनी हरित सेना (कार्य बल) का निर्माण किया है।

बता दें कि पंचायत अधिकारियों और कृषि विभाग ने संयुक्त रूप से कार्यबल का गठन किया है जिसमें 20 महिलाएं और पांच पुरुष शामिल हैं।

पंचायत अध्यक्ष डी विश्वंभरन ने कहा कि यह योजना मुख्य रूप से इस क्षेत्र में श्रमिकों की लगातार बढ़ती कमी को दूर करने के लिए लागू की जा रही है।

उन्होंने कहा कि कर्म सेना की गतिविधियों के समन्वय के लिए एक विशेष तंत्र है। चयनित सदस्यों को कृषि मशीनरी के उपयोग में प्रारंभिक प्रशिक्षण दिया गया है। सभी लोगों को ट्रैक्टर, टिलर, वीड कटर और नारियल उठाने वालों को संचालित करने का प्रशिक्षण दिया गया है। जिससे वे अच्छे से काम कर सकें।
कृषि अधिकारी पिंटू जॉय ने कहा कि जैविक कीटनाशकों के निर्माण, उपयोग और पौधों के वैज्ञानिक उत्पादन में प्रशिक्षण पूरा होने के साथ, कर्म सेना के कर्मचारी क्षेत्र में अधिक सक्रिय होंगे। उन्होंने कहा कि किसानों की मांग के अनुसार ही उन्हें काम पर लगाया जाएगा।

अधिकारी ने कहा कि वे जमीन की तैयारी से लेकर कटाई तक उचित दर पर सेवा प्रदान करेंगे। काम के लिए मजदूरी का भुगतान किसानों द्वारा स्वयं किया जाना चाहिए। पौधे और उगाने वाले बैग तैयार किए जाएंगे और आवश्यकता के अनुसार सीधे वितरित किए जाएंगे।

पंचायत अधिकारियों ने कहा कि 'कर्म सेना' के सदस्यों की सेवा का लाभ उठाने के लिए पूर्व बुकिंग की जानी चाहिए।