50 दिन बीते नहीं खाली हो सके 11 पंचायत भवन , कैसे होगा गांव का विकास
कौशाम्बी। सरकारी संपत्तियों में कब्जा किए जाने के मामले में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है तालाब की जमीन मरघट ऊसर बंजर नवीन परती कब्रिस्तान शत्रु संपत्तियों की जमीनों में कब्जे के मामले तो आम बात हो गई है लेकिन अब सरकार के बने हुए भवन पर कब्जे शुरु हो गए हैं सरकारी जमीन को खाली कराने में राजस्व महकमा पूरी तरह से लापरवाह बना हुआ है उसी तरह से अब सरकारी भवन के कब्जे के मामले में अधिकारी गंभीर नहीं है सरकार के नुकसान को लेकर अधिकारियों की इस लापरवाही तमाम कहानी बयां कर रही है लेकिन उसके बाद भी अधिकारी सरकारी संपत्तियों की सुरक्षा को लेकर गंभीर नहीं दिखाई पड़ रहे हैं जिले में पंचायत भवन सामुदायिक भवन और सामुदायिक शौचालय में भी कब्जे हो चुके हैं केवल पत्रावलियों में आदेश जारी कर खाली कराए जाने का अधिकारियों द्वारा ढकोसला हो रहा है जिससे कब्जा धारकों के हौसले बुलंद हैं
सरसावा विकासखंड क्षेत्र के धवाडा गांव में बने पंचायत भवन में कई वर्षों पूर्व कब्जा करने के बाद टेन्ट हाउस खोल लिया गया है पंचायत भवन को खाली कराने के लिए औपचारिकता ही निभाई जा रही हैं जिससे पंचायत भवन नहीं खाली हो सका है 23 मई को जिला पंचायत राज अधिकारी ने तीनों उप जिला अधिकारी को पत्र लिखकर जिले के पंचायत भवन सामुदायिक भवन सामुदायिक शौचालय सहित कुल 11 सरकारी संपत्तियों को खाली कराने के लिए पत्र जारी किया था इस पत्र को जारी हुए 50 दिन बीत चुके हैं लेकिन 11 सरकारी संपत्तियां जिले के 3 एसडीएम नहीं खाली करा सके हैं जिससे अधिकारियों की कार्यक्रम के निष्ठा का अंदाजा लगाया जा सकता है
कौशांबी विकासखंड क्षेत्र के राक्सवारा स्थित सामुदायिक भवन में भी दुर्गा प्रसाद मौर्य ने कब्जा कर लिया है इस सामुदायिक भवन को खाली कराने में भी अधिकारियों के पसीने छूट रहे हैं कौशांबी विकासखंड क्षेत्र के जुगराजपुर और गौहानी के पंचायत भवन में भी शिव शंकर और ईश्वर दीन शुक्ला ने कब्जा कर लिया है लेकिन यह दोनों पंचायत भवन भी कब्जा हो जाने के बाद नहीं खाली हो सका है जब सरकारी संपत्तियों पर कब्जे के मामले में अधिकारी इतने लापरवाह है तो आम जनता की जमीनों में विवाद के निस्तारण में अधिकारी कितने गंभीर होंगे इसका अंदाजा लगाया जा सकता है
मूरतगंज विकासखंड क्षेत्र के बलकरनपुर के पंचायत भवन में भगवती प्रसाद ने कब्जा कर रखा है लेकिन इसको भी खाली कराने में प्रशासन के हाथ-पांव फूल रहे हैं नेवादा विकासखंड क्षेत्र के चकपिन्हा गांव के पंचायत भवन में सीताराम घारूपुर के पंचायत भवन में राजेंद्र प्रसाद रसूलपुर टप्पा के पंचायत भवन में मानसिंह और सेवढा के पंचायत भवन में यूनानी चिकित्सालय का कब्जा है गोविंदपुर के पंचायत भवन में भी अवैध कब्जा है इतना ही नहीं बरियावा के सामुदायिक शौचालय में पूर्व प्रधान ने कब्जा कर लिया है जांच में इस बात का खुलासा हो चुका है डीपीआरओ ने तीनो एसडीएम को पत्र लिखकर खाली कराने के लिए कहा है लेकिन उसके बाद भी अवैध कब्जे के शिकार पंचायत भवन सामुदायिक भवन और सामुदायिक शौचालय खाली नहीं हो सके हैं