शिक्षक हरिओम सिंह विश्वशांति मानव सेवा सम्मान से हुए सम्मानित
कौशांबी,
मानव सेवा ही सबसे बड़ा धर्म है। सम्मज में जरूरत मंद लोगों को स्वेच्छा से जिस योग्य हो उन्हे मदद कर उनके जीवन को आगे बढ़ाने में आपके द्वारा किया गया एक मामूली सहयोग या किसी से करवाना आपके जीवन के महत्व को बढ़ा देता है । यह पल मानव के लिए बहुत ही सुकून देने वाला है। ईश्वर की कृपा सदैव बरसती हैं। समाज में रहकर हम बहुत से अच्छे कार्यों के लिए लोगों को प्रेरित कर सकते है। जिसमें पर्यावरण, पशु पक्षियों पर दया, बनाए हुए नियमों पर चलने के लिए प्रेरित करना स्वास्थ्य और शिक्षा के लिए जागरूक करना जैसे कार्य भी मानव सेवा के ही रूप है। समाज में रहने वाले लोगों शांति के मायने बताकर खुशहाल जीवन यापन कर एक दूसरे के सुख दुख में शामिल होकर दूर करने का प्रयास करना मानव सेवा कहलाता है। ऐसे ही कार्यों के लिए कौशांबी के नेवादा के कंपोजिट विद्यालय पेरई में कार्यरत शिक्षक हरिओम सिंह तथा कड़ा ब्लाक के प्राथमिक विद्यालय हिसामपुर परसखी के बीरेंद्र कुमार के बेहतर कार्यों की समीक्षा करते हुए विश्वशांति मानव सेवा समिति एवं बृजलोक साहित्य कला संस्कृति अकादमी आगरा ने उनकी सेवाओं को देखते हुए संयुक्त मंच द्वारा 2 अक्टूबर गांधी जयंती के शुभ अवसर पर विश्वशांति मानव सेवा सम्मान 2022 से ऑनलाईन सम्मानित करते हुए दीर्घायु एवं स्वस्थ जीवन की कामना किया है। समिति के अध्यक्ष डा. मुकेश कुमार ऋषि शर्मा ने दोनों को आनलाइन प्रशस्तिपत्र देकर सम्मानित किया है।