बच्चे पैदा करने का झांसा देकर तंत्र क्रिया करता था होमगार्ड, महिलाओं से बनता अवैध संबंध।

in #kasganj2 years ago

IMG-20220512-WA0012.jpgकासगंज। अवैध संबंधों में हत्या का शिकार हुए होमगार्ड बुधसेन के कारनामों का चिट्ठा भी पुलिस पूछताछ में सामने आया है। होमगार्ड बुधसेन तंत्र क्रिया करता था और अपनी समस्या लेकर पहुंचने वाली महिलाओं से अवैध संबंध बनाता था। कई महिलाओं से उसके अवैध संबंध थे। सीओ दीप कुमार पंत ने बताया कि काली नदी के किनारे तंत्र प्रक्रिया के लिए उसने एक थान बना रखा था। पति के उत्पीड़न से तंग और बच्चा न होने की समस्या लेकर तमाम महिलाएं पहुंचतीं थीं।

जिन्हें वह तंत्र प्रक्रिया के माध्यम से चंगुल में फंसाता था। तमाम लोगों का जमावड़ा उसके पास लगा रहता था। गिरफ्तार हुए हत्यारोपी दोस्त मदनलाल उर्फ पुत्तूलाल ने पुलिस पूछताछ में यह सारी जानकारियां दीं। बताया गया कि सुबह से ही उसके थान पर लोगों के पहुंचने का सिलसिला शुरू होता था। कभी वह तंत्र प्रक्रिया ब्रह्म मुहूर्त में करता था तो कभी देर रात्रि में। इसके अलावा थान पर भंडारे आदि के आयोजन भी वह अक्सर करता था। लोग उसे भगत कहकर भी बुलाते थे।

चांद मियां को बकरी बांधने के लिए दी थी जगह
कासगंज। हत्या का शिकार हुआ युवक चांदमियां शहर से अपनी बकरियों को लेकर ढिलावली गांव में जाता था। चांदमियां के साथ उसके पिता रहीस अहमद भी जाते थे। चांदमियां ने हत्यारोपी मदनलाल से बकरी रखने के लिए जगह मांगी। बार-बार कहने पर मदनलाल ने अपने घर के बाहर बकरी बांधने के लिए जगह दे दी। चांदमियां बकरी चराने के लिए ढिलावली में ही रहने लगा और इसी बीच उसके संबंध मदनलाल की पुत्री से हो गए। अवैध संबंधों की जानकारी होने के बाद चांदमियां की पिटाई की और उसे घर से भगा दिया, लेकिन वह बार-बार गांव में और घर के आसपास मंडराता रहता था।
हत्या की जानकारी होने पर परिवारीजन पुलिस से कर रहे थे शव दिखाने की मांग
कासगंज। एक दिन पूर्व कोतवाली पुलिस ने जब चांदमियां के पिता और परिजन को उसकी हत्या की जानकारी दी तो परिवार के लोग सकते में आ गए। परिवार की महिलाएं व मोहल्ले के लोग एकत्रित होकर कोतवाली पहुंचे, लेकिन वह इस बात पर भरोसा नहीं कर पा रहे थे कि उनके बेटे की हत्या हुई है। वह बार-बार पुलिस से मांग कर रहे थे कि उनके बेटे का शव दिखाया जाए। चांद मियां के पिता रहीस अहमद, उनकी पत्नी व परिवार के अन्य लोग कभी कोतवाली तो कभी कलक्ट्रेट के चक्कर लगा रहे थे। पुलिस ने समझा बुझाकर घर भेज दिया।