कासगंज -जिले में जीवनदायिनी गंगा में उफान लगातार जारी , जिला प्रशासन अलर्ट।

in #kasganj2 years ago

कासगंजIMG-20220824-WA0024.jpg – जीवनदायिनी गंगा इस समय अपने विकराल रूप में है । पहाड़ों से निकलकर मैदानों को सींचने वाली जीवनदायिनी मां गंगा अपने रौद्र रूप से लोगों को डराने लगी हैं । सिर्फ डरा ही नहीं रही है बल्कि अपने तटवर्ती इलाकों को अपनी गोद में समेटती दिख रही है। पहाड़ों में लगातार हो रही बारिश मैदान के लिए आफत बन गई है। इस लिए जनपद कासगंज में गंगा नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है । कछला गंगा ब्रिज पर बने गेज मीटर पर गंगा का जल स्तर 163.85 मीटर हो गया है। जो खतरे के निशान से करीब 01 मीटर ही कम है। पिछले 24 घंटे में जल स्तर की 85 सेंटीमीटर की बढ़ोतरी कासगंज के तटवर्ती गांवों के लिए संकट बन कर आई है । बुलंदशहर के नरोरा बैराज से गंगा नदी में अब तक ढाई लाख क्यूसेक से अधिक पानी छोड़े जाने से मंगलवार की रात कासगंज के तटवर्ती इलाकों के लिए खतरों भरी रात हो गई है। क्योंकि उफनती गंगा कासगंज जनपद के 100 से ज्यादा गांव को मध्यम बाढ़ की चपेट में ले लेगी । और इसी तरह गंगा का जल स्तर लगातार बढ़ता रहा तो गंगा तबाही भी मचा सकती है। हरिद्वार बैराज हो या बिजनौर बैराज इस जल प्रलय से बचने के लिए कोई भी पानी रोकना नहीं चाहता, लिहाजा हरिद्वार बैराज हर रोज डेढ़ लाख क्यूसेक से ज्यादा पानी छोड़ रहा है तो वहीं बिजनौर बैराज भी हरिद्वार से आने वाले पानी को नरोरा बैराज को सौंप देता है नरोरा बैराज से यह पानी जैसे ही छूटता है 10 घंटे के भीतर कासगंज जनपद की सीमा में प्रवेश कर जाता है और कासगंज जनपद के लिए हर रोज नई मुसीबत खड़ी कर देता है। गंगा में लगातार छोड़े जा रहे पानी और बाढ़ का शिकार होते तटवर्ती इलाकों को बचाने के लिए जिला प्रशासन प्रयासरत है। साथ ही सिंचाई विभाग भी बाढ़ चौकियों के जरिए निगरानी कर रहा है और कटान के क्षेत्रों में अभी भी तटबंध बनाने का काम लगातार कर रहा है जिससे आबादी के इलाकों में कटान ना हो। हालांकि सिंचाई विभाग के लाख प्रयास गंगा की रफ्तार के आगे बेकार साबित हो गए क्योंकि सिंचाई विभाग ने जो प्रयास किए वह गंगाजल में बह गए । कासगंज की जिला अधिकारी हर्षिता माथुर बताती हैं कि आने वाले 24 घंटे कासगंज के लिए बेहद चुनौतीपूर्ण है जिला प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद है तटवर्ती गांव के लोगों को सचेत कर दिया गया है। जरूरत पड़ेगी तो उन्हें दूसरी जगह शिफ्ट भी किया जाएग। बरौना गांव में कटान के कारण पिछले 15 दिन से पीएसी लगातार तैनात है और पीएसी के गोताखोर साथ ही साथ एसडीआरएफ के लोग भी कासगंज की निगरानी कर रहे हैं ।