पति की दीर्घायु के लिए आज रखेंगी सुहागिनें करवा चौथ का व्रत
पति की दीर्घायु के लिए आज रखेंगी सुहागिनें करवा चौथ का व्रत
करवा चौथ पर बन रहा अमृत सिद्धि योग और सर्वार्थ सिद्धि योग : पंडित अंशु शर्मा
फिरोजपुर
सुहागिन महिलाओं का बड़ा पर्व करवा चौथ इस माह 13 अक्टूबर को मनाया जा रहा है। इस दिन वीरवार है। वहीं इसी दिन संकष्टी गणेश चतुर्थी होने से ये पर्व और भी शुभ हो गया है। इस दिन विवाहित महिलाओं के लिए 16 श्रृंगार को महत्वपूर्ण माना गया है। इसके बाद शाम को चांद की पूजा करने के बाद महिलाएं पति के हाथ से जल ग्रहण करने के बाद ही व्रत पूर्ण करती हैं।
मंदिर देवी द्वार के पुजारी पंडित अंशु शर्मा ने बताया कि इस इस बार करवा चौथ पर सर्वाथ सिद्धि योग बन रहा है । उन्होंने बताया कि शास्त्रों के अनुसार अमृत सिद्धि योग और सर्वार्थ सिद्धि योग को पूजन-व्रत आदि के लिए श्रेष्ठ माना गया है। इस साल करवा चौथ व्रत के दिन पूरे दिन अमृत सिद्धि योग और सर्वार्थ सिद्धि योग बन रहे है। यह योग इस करवा चौथ के व्रत को और भी अधिक फलदायी बना रहे है।
शास्त्रों अनुसार इस दिन जो महिलाएं अपने पति की दीर्घायु के लिए निर्जल व्रत रखेंगी उनको अखंड सौभाग्यवती बनने के आशिर्वाद के साथ ही ईश्वर से अनेकों और भी आशिर्वाद प्राप्त होंगे। इसलिए सुहागिन महिलाओं को अवश्य ही यह व्रत करना चाहिए। यह बहुत दुर्लभ योग है जो व्रती और उसके पति दोनों को ही अनेकों प्रकार के फल प्रदान करेगा।
पंडित अंशु शर्मा ने कहा कि दूसरे व्रतों की तरह करवा चौथ व्रत के कुछ नियम है जिनका पालन करना आवश्यक है। ऐसा न हो कि आप एक ओर व्रत करें और दूसरी ओर कोई भूल इस व्रत का सारा पुण्य ही खत्म कर दे।
बाक्स :
- करवा चौथ पर सुहागिनें ना करें ये काम
:-इस दिन महिलाएं काले वस्त्र का प्रयोग मत करें। एकदम सफेद साड़ी भी नहीं पहननी चाहिए। काला रंग सुहागिन महिलाओं के लिए अशुभ फलदायी है। सफेद साड़ी भी शुभ पर्व पर सुहागिन स्त्रियां को नहीं पहननी चाहिए।
:-इस दिन कैंची का प्रयोग मत करें। कपड़े मत काटें। इस दिन भूलकर भी कैंची का प्रयोग मत करें बल्कि उसे कहीं छुपा दें ताकि वो दिखे भी नहीं।
:-किसी की निंदा मत करें। किसी की चुगली या बुराई करने से व्रत का फल नहीं मिलता।
:-दूध, दही, चावल या उजला वस्त्र दान मत करें।
:-अपनों से बड़ों का निरादर मत करें।
:-पति के अलावा किसी का चिंतन किसी भी स्थिति में मत करें।
:-श्रृंगार करते समय जो चूड़ियां टूट जाएं उनको बहते जल में प्रवाहित करें न कि घर में रखें।
:-तामसिक भोजन मत करें।
:-पति से प्यार से बाते करें। कोई विवाद मत करें। यदि कोई विवाहित महिला सभी नियमों के पालन से निर्जल व्रत भी रहती है और पति को डांटती या अपमान करती है तो उनका सारा व्रत बेकार हो जाता है।
इन मंत्रों का करें जाप
पूजन के लिए ओम शिवायै नमः से पार्वती जी का, ओम नमः शिवाय से श्री शिव जी का, ओम गं गणपतए नमः से गणेश जी का, ओम हनुमते नमः से कार्तिकेय जी का, ओम सोम सोमाया नमः से चंद्र देव का पूजन-अर्चन करें।
करवा चौथ का शुभ मुहूर्त:
13 अक्टूबर शाम को 5 बजकर 54 मिनट से लेकर 7 बजकर 09 मिनट तक है।
कब खोलें व्रत:
चंद्रोदय यानी चांद के दिखने का समय रात्रि 8 बजकर 09 मिनट पर। चांद को अर्घ्य देकर ही व्रत खोलें।
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