कार्तिक पूर्णिमा का इतिहास में विशेष महत्व है : जयरत्नसूरीश्वर

in #kartik2 years ago

IMG-20221108-WA0094.jpg जयरत्नसूरीश्वर म सा ने अपने प्रवचन में कहा कि कार्तिक पूर्णिमा का इतिहास में विशेष महत्व है । इस दिन दस करोड़ मुनि मोक्ष में गये थे ।

                           जैनाचार्य जयरत्नसूरीश्वर म सा कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर स्थानीय शंखेश्वर पार्श्वनाथ मंदिर प्रांगण में आयोजित धर्म सभा में अपना प्रवचन दे रहे थे । उन्होंने जैन धर्म के सिद्धांतों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि हमेशा दान सुपात्र को ही दिया जाना चाहिए । जैनाचार्य ने समाज की एकता को सशक्त बनने के लिए संगठन पर जोर देते हुए कहा कि हमें समाज हित में कार्य करना चाहिए । उन्होंने कहा कि धर्म की रक्षा के लिए कटिबद्ध रह कर हमें अपनी अहम् भूमिका निभानी चाहिए ।

                           जैनाचार्य जयरत्नसूरीश्वर म सा ने अपने बचपन की यादगार को ताजा करते हुए कहा कि उनका रिश्ता भीनमाल से बहुत पुराना है । उनका बचपन भी यही पर बीता है तथा उनकी बहुत सारी यादें आज भी ताज़ा हो रही है । इस अवसर पर उन्होंने स्व. घेवरचंद सेठ को याद करते हुए कहा कि समाज हित में कार्य करने के लिए सेठ परिवार हमेशा अग्रणी रहता था ।

                मीडिया प्रभारी माणकमल भंडारी ने बताया कि इससे पूर्व स्थानीय गणेश चौक स्थित शांतिनाथ मंदिर से ढोल थाली एवं बैंड बाजे के साथ पानी की पुरानी टंकी के पास जैनाचार्य जयरत्नसूरीश्वर म सा का सौमेया कर घेवरचंद माणकचंद सेठ परिवार की अगुवाई में अगवानी की गई । कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर पूरे जैन समाज के लिए घेवरचंद माणकचंद सेठ परिवार की ओर से स्थानीय शंखेश्वर पार्श्वनाथ मंदिर प्रांगण में स्वामी वात्सल्य का आयोजन किया गया । जिसमें बड़ी संख्या में जैन समाज के लोगों ने भाग लिया । इस अवसर पर जैन समाज के कई गण मान्य लोग उपस्थित थे ।

जिला कलेक्टर ने दी अपनी उपस्थिति

कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर स्थानीय शंखेश्वर पार्श्वनाथ मंदिर प्रांगण में जैनाचार्य जयरत्नसूरीश्वर म सा के प्रवचन में जिला कलेक्टर निशांत जैन ने पूरे समय तक प्रवचन का श्रवण किया । उन्होंने एक श्रावक की भांति जाजम पर बैठ कर प्रवचन का आनंद लिया । इस अवसर पर जिला कलेक्टर निशांत जैन ने जैनाचार्य के दर्शन वंदन कर आशीर्वाद भी प्राप्त किया । जिला कलेक्टर के साथ उप खंड अधिकारी जवाहरराम चौधरी, तहसीलदार रामसिंह राव, अधिशाषी अधिकारी आशुतोष आचार्य एवं कई अधिकारी-कर्मचारी भी समारोह में उपस्थित रहे ।