*करनाल में MBBS छात्रो से धक्का-मुक्की, विस अध्यक्ष को देने जा रहे थे ज्ञापन,एक पुलिसकर्मी हुआ बेहोश*
पुलिस विद्यार्थियों के पांच सदस्यीय दल को स्पीकर से मिलने की अनुमति दे रही है, लेकिन सभी विद्यार्थी एक साथ जाने का हठ कर रहे हैं। वहीं एमबीबीएस विद्यार्थियों के प्रोटेस्ट को रोकने के लिए तैनात पुलिसकर्मियों में से एक एसआई रामपाल चक्कर आकर अचानक जमीन पर गिर पड़े। इस पर एमबीबीएस विद्यार्थियों ने तुरंत प्रोटेस्ट से उठकर उन्हें संभाला।
कल्पना चावला राजकीय मेडिकल कॉलेज के सभागार में रविवार को डॉ. भीम राव अंबेडकर के महापरिनिर्वाण दिवस पर आयोजित संगोष्ठी में मुख्य अतिथि के रूप में हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता पहुंचे। जैसे ही इसका पता मेडिकल कॉलेज के परिसर में बॉन्ड पॉलिसी के विरोध में धरने में बैठे एमबीबीएस विद्यार्थियों का लगा तो धरना स्थल से उठकर अपने हाथ में बैनर लेकर सभागार के पास पहुंचे लेकिन उन्हें मौके पर तैनात पुलिस ने सभागार के अंदर जाने नहीं दिया और ड्यूटी पर तैनात सिविल लाइन थाना प्रभारी ललित कुमार ने विद्यार्थियों को धक्के देकर पीछे हटाया।
काफी देर बहस के बाद विद्यार्थी चुपचाप पुलिस के सामने ही जमीन पर बैठ गए। इसके आधे घंटे के बाद धूप में खड़े पुलिसकर्मियों में से एक एसआई रामपाल की तबीयत बिगड़ गई और वो बेहोश होकर जमीन पर गिर पड़े। वहीं मौके पर बैठे एमबीबीएस विद्यार्थियों ने स्वयं उनके जूते निकालकर पैर मसले और हाथ मसले। इसके कुछ देर बाद होश आ गया। वहीं विद्यार्थियों ने अपनी पानी की बोतल से पानी पिलाया। इसके बाद उन्होंने अपने पर्स से निकालकर एक गोली ली। इसके बाद उन्हें पुलिस की गाड़ी से अस्पताल की इमरजेंसी में भर्ती कराया।
बता दे कि बॉन्ड पॉलिसी के विरोध में एमबीबीएस विद्यार्थी पिछले 34 दिन से धरना प्रदर्शन कर रहे है। अलग-अलग नए तरीकों से प्रदर्शन कर सरकार का ध्यान अपनी ओर खींच रहे है लेकिन इसके बावजूद सरकार झुकने को तैयार नहीं है। रविवार को मेडिकल कॉलेज में एक कार्यक्रम के दौरान विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे। विद्यार्थी उन्हें ज्ञापन सौंपने जा रहे थे लेकिन पुलिस ने उन्हें अंदर जाने नहीं दिया। वहीं उन्हें उठाने के लिए पुलिस वैन तक बुला ली हालांकि पुलिसकर्मी के साथ हुई इस घटना के बाद पुलिस ने विद्यार्थियों को वहीं बैठे रहने दिया।