पेयजल के लिए चार घंटे तक हाईवे किया जाम

in #karnal2 years ago

निगदू। पिछले 15 दिनों से पेयजल संकट से जूझ रहे गांव कारसा डोड के बाशिंदों का मंगलवार को गुस्सा फूट पड़ा। परेशान ग्रामीणों ने नीलोखेड़ी-ढांड राजमार्ग पर जाम लगा दिया। करीब चार घंटे तक महिलाएं, बच्चे और बुजुर्ग बर्तन लेकर सड़क पर डटे रहे। इस दौरान उन्होंने जिला प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। सूचना मिलते ही निगदू थाना प्रभारी मुकेश कुमार मौके पर पहुंचे। उनके काफी देर तक समझाने के बाद भी वे नहीं माने। बाद में जनरेटर से जल घर की मोटर चलवाकर जलापूर्ति की गई तो ग्रामीण सड़क से उठे।
मंगलवार को भी जब सुबह पानी नहीं आया तो ग्रामीण सुबह 10 बजे राजमार्ग की ओर कूच कर गए। जब सड़क पर पहुंचे तो महिलाएं बर्तन लेकर वहीं बैठ गईं। थाना प्रभारी के आश्वासन के बाद दोपहर करीब दो बजे वे सड़क के उठे। तब तक राजमार्ग पर वाहनों की लंबी कतारें लग गईं। जाम में फंसे लोगों को भी परेशानियों का सामना करना पड़ा। ग्रामीण राम कुमार, बाली शर्मा, प्रेम, कृष्णा देवी, रेखा रानी, पुष्पा, निर्मला देवी, चंपा देवी, रोशनी देवी, ऊषा रानी, सीमा, पूजा, निरमती, सतपाल, धर्म सिंह, करनैल, राम ज्वारी, कदम सिंह और राम कुमार ने कहा कि गांव में 15 दिनों से पानी नहीं आ रहा है। वे अब पीने के पानी को भी तरस रहे हैं। कई बार संबंधित विभाग के अधिकारियों को भी शिकायत दी। पर समाधान नहीं हुआ।

शनिवार को भी लगाया था जाम

ग्रामीणों ने बताया कि पानी की समस्या पिछले 10-15 दिनों से है। जिसके चलते शनिवार को भी करीब दो घंटे तक ग्रामीणों ने पानी की समस्या को लेकर सड़क पर जाम लगाया था। मौके पर पहुंचे अधिकारियों ने समस्या का हल करने का आश्वासन दिया था, लेकिन दो दिन गुजर जाने के बाद भी समस्या का कोई हल नहीं हुआ। तभी मजबूरन उन्हें स्टेट हाईवे पर जाम लगाना पड़ा।
पंचायत के अधीन है जल घर
ग्रामीणों का कहना है कि उनके गांव में बना जल घर जन स्वास्थ्य विभाग के अंतर्गत नहीं बल्कि ग्राम पंचायत के अधीन है। जल घर में पानी की समस्या पंचायत ही हल करती है, लेकिन पिछले करीब डेढ़ साल से पंचायत का कार्यकाल खत्म है। वहीं ग्राम सचिव व पंचायत विभाग का कोई भी अधिकारी इस समस्या को लेकर चिंतित नहीं है।

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