जीएसटी के अधिकारियों से संतुष्ट न होने पर व्यापारी हुए नाराज
कानपुर के समस्त व्यापारिक संगठनों एवं जीएसटी कमिश्नर ग्रेड वन के साथ जी.एस.टी कार्यालय में एक व्यापारिक बैठक का आयोजन हुआ जिसमें की विभिन्न संगठनों के व्यापारी नेता गण एवं कानपुर उद्योग व्यापार मंडल की टीकम चंद सेठिया के साथ किराना व्यापारी अपनी समस्या को लेकर आया कि उसका पिछले डेढ़ साल से ₹850000 विभाग ने जबरन खाते से निकाल रखा है और अपील करने पर भी अभी तक उसका अभी तक कोई निस्तारण नहीं हुआ साथ ही अधिकारी यह कहने से भी बाज नहीं आ रहे हैं कि आपकी फाइल खो गई है,विजय गुप्ता ने कमिश्नर महोदय के समक्ष यह बात रखी कि जब आईजीएसटी का रुपया यस जीएसटी में समायोजित नहीं होगा तो 1 दिन वह आएगा की व्यापारी का सारा रुपया सरकार के खाते में चला जाएगा और व्यापारी व्यापार करने के काबिल नहीं रह जाएगा दूसरी समस्या यह रखी गई की ई वे बिल की समय सीमा जो 24 घंटे मैं 100 किलोमीटर हुआ करती थी काउंसिल मीटिंग में यह समय सीमा 24 घंटे में 200 किलोमीटर कर दी गई इस तरह से व्यापारियों का शोषण होगा तथा सचल दल अधिकारियों के विवेक के आधार पर व्यापारियों का उत्पीड़न किया जा रहा है कृपया इसे तत्काल रोका जाए मीटिंग में मुख्य रूप से टीकम चंद सेठिया,विजय गुप्ता,रोशन लाल अरोड़ा,चन्द्र प्रकाश ओमर,कृपाशंकर त्रिवेदी, शेष नारायण त्रिवेदी,ज्ञानेश मिश्रा,अनूप तिवारी,कपिल सब्बरवाल,उमंग अग्रवाल आदि आदि सभी गणमान्य व्यापारी नेतागण उपस्थित रहे।
साथ ही जीएसटी के किसी भी अधिकारी से व्यापारी हित में कोई भी समुचित उत्तर नहीं प्राप्त हुआ कुछ तथाकथित व्यापारी नेता का आज के विषय में मुद्दे की बात ना कर अगले महीने की मीटिंग की बात करते रहे जिस पर व्यापारियो मे तीखी नोकझोक हुई।