गंगा में थम रहीं हैं सांसे, सुरक्षा के नहीं हुए इंतजाम, कई हादसों के बाद भी प्रशासन बेखबर

in #kannauj2 years ago

कन्नौज जिले के अरौल घाट पर सुरक्षा के इंतजाम न होने पर छह लोग स्नान के दौरान गंगा के गहरे पानी में डूब गए। आए दिन हो रहे हादसों के बाद भी प्रशासन श्रद्धालुओं की सुरक्षा के प्रति संजीदा नहीं है। शहर के प्रमुख महादेवी गंगा घाट पर बैरिकेडिंग, लोहे की जंजीरें नहीं हैं। इससे कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है।

शहर के महादेवी घाट पर कार्तिक पूर्णिमा, सावनScreenshot_20221006-124533_Chrome.jpg, दशहरा से लेकर नवरात्र में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ती है। लोगों को गंगा नदी की गहराई का भी पता नहीं है। इससे लोग तेज धार में बहकर गहरे पानी में चले जाते हैं। ऐसे हादसे रोकने के लिए प्रशासन गंभीर नहीं है।

प्रशासन के द्वारा गंगा घाट के सीढ़ी के पास बैरिकेडिंग करने के साथ-साथ रस्सी और लोहे की जंजीरें लगाने का प्रयास नहीं किया गया है। गोताखोरों की भी तैनाती नहीं की गई है। डीएम शुभ्रान्त शुक्ल ने बताया कि जल्द घाट को काशी की तर्ज पर विकसित किया जाएगा। सुरक्षा के सभी इंतजाम को पूरा किया जाएगा।
गंगा में डूबने की प्रमुख घटनाएं
23 अप्रैल 2022- विसर्जन यात्रा के दौरान केसरीपुर्वा निवासी दो किशोर डूबे
08 जुलाई 2022- अंतिम संस्कार के बाद गंगा नहाते समय बौद्धनगर निवासी पप्पू की डूबने से मौत।
05 जुलाई 2021 महादेवी गंगा घाट पर नहाते समय ठठिया के चौहानपुर्वा निवासी गोलू की हुई थी मौत।
14 अक्तूबर 2021- मैनपुरी के मोहल्ला अग्रवाल नगर निवासी सौरभ की पत्नी पूजा और साली की महादेवी घाट में डूबने से हुई मौत।
गंगा नदी में नहीं होगा मूर्ति विसर्जन
एसपी कुंवर अनुपम सिंह ने बताया कि गंगा समेत जिले की अन्य नदियों में मूर्तियों को विसर्जित नहीं किया जाएगा। प्रशासन की ओर से शहर के अलियापुर में मूर्तियों के भू विसर्जन की व्यवस्था की गई है। कोई भी आयोजक मूर्तियों का गंगा नदी में विसर्जन नहीं करेगा।