फर्जीवाड़ा करने में बर्खास्त शिक्षकों पर मेहरबान अफसर
कन्नौज। उत्तर प्रदेश में 69 हजार सहायक अध्यापक भर्ती में नौकरी पाए 22 शिक्षकों के अभिलेख कूटरचित मिले थे। एक महीने पहले तीन आरोपितों को बर्खास्त कर दिया गया था। उनके खिलाफ थाना में एफआईआर दर्ज कराने के आदेश हुए थे, लेकिन अब तक रिपोर्ट दर्ज नहीं कराई गई है।
करीब डेढ़ साल पहले तीन चरणों में जनपद के प्राथमिक विद्यालयों को 1450 सहायक अध्यापक मिले थे। तत्कालीन बीएसए संगीता सिंह ने 22 शिक्षकों के अभिलेख कूटरचित पाए थे। उसके बाद सभी को नोटिस जारी कर जवाब मांगा गया। बेसिक शिक्षा कार्यालय के मुताबिक कोई भी शिक्षक अपना पक्ष रखने नहीं आया।
अधिकारियों ने समिति ने बर्खास्तगी की कार्रवाई शुरू कर दी। जिले में 40 दिन पहले आए बीएसए कौस्तुभ कुमार सिंह ने आठ जुलाई को तीन शिक्षकों की सेवा समाप्त/बर्खास्तगी की कार्रवाई की। साथ ही सौरिख व उमर्दा के खंड विकास अधिकारियों को आदेश दिया कि संबंधित थाना में रिपोर्ट दर्ज कराई जाए। बर्खास्तगी के एक महीने बाद भी रिपोर्ट दर्ज नहीं कराई गई है।
इनको किया गया था बर्खास्त
-प्राथमिक स्कूल पलाहार सौरिख के सहायक अध्यापक और शांति कॉलोनी सिविल लाइन इटावा निवासी सत्यम त्रिपाठी।
-रागिनी सिंह सहायक अध्यापक प्राथमिक स्कूल बरुआहार नवीन उमर्दा व निवासी शांतिनगर एटा।
-बृजेश कुमार सहायक अध्यापक प्राथमिक विद्यालय कबीरपुर सौरिख
निवासी आवास विकास कॉलोनी शिकोहाबाद फिरोजाबाद।
हाईस्कूल व इंटरमीडिएट के अंकपत्र मिले गड़बड़
बर्खास्त किए गए तीनों शिक्षकों को जो नोटिस भेजा गया है, उसमें हाईस्कूल व इंटरमीडिएट के अंकपत्र व प्रमाण पत्रों में गड़बड़ी की बात कही गई है। नाम, रोल नंबर व अंकों के साथ छेड़छाड़ व कूटरचित शैक्षिक अभिलेख का भी आरोप है।
संबंधित सभी बीईओ से कहा गया था कि बर्खास्त शिक्षकों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराएं। सभी अधिकारियों से दोबारा कहकर रिपोर्ट दर्ज कराई जाएगी।
कौस्तुभ कुमार सिंह, बीएसए
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