श्री राम, हनुमान व सुग्रीव का मिलाप, बाली मरण

in #kairana2 years ago

IMG-20221001-WA0016.jpgकैराना। श्री रामलीला महोत्सव के 12 वे दिन की लीला में राम लक्ष्मण सीता जी की खोज में वनों में इधर-उधर भटक रहे होते हैं। राम लक्ष्मण माता सीता की खोज में किष्किंधा के राजा सुग्रीव के पास जाते हैं। तो उनसे पहले उनके मंत्री हनुमान जी से उनकी मुलाकात होती है और हनुमान जी अपने कंधे पर बैठाकर राम लक्ष्मण को सुग्रीव जी से मिलाने के लिए ले जाते हैं। जहां पर सुग्रीव माता सीता के आभूषण दिखाते हैं तब राम जी और लक्ष्मण जी उन आभूषणों को पहचान लेते हैं। तब सुग्रीव जी अपनी समस्या बताते हैं कि उनकी पत्नी का हरण उनके भाई बाली ने कर लिया है। राम जी सुग्रीव जी से कहते हैं कि आप बाली से युद्ध करो और इस बार युद्ध में आप ही जीतोगे। तब बाली और सुग्रीव का युद्ध होता है तो पीछे से राम जी बाली को तीर मार देते हैं जिससे बाली की मृत्यु हो जाती है। अपनी मृत्यु से पूर्व बाली राम जी से विनती करता है कि मेरे पुत्र अंगद को अपनी शरण में ले लो। रामचंद्र जी अपनी अंगूठी देकर हनुमान जी से कहते हैं कि आप सीता जी की खोज में निकल जाओ। वही सुग्रीव अपनी पूरी वानर सेना को चारों दिशाओं में सीता जी की खोज के लिए लगा देते हैं। किष्किंधा पर्वत की सुंदर सीनरी का दृश्य सीनरी मास्टर पदम सेन नामदेव के द्वारा तैयार किया गया। राम का अभिनय रोहित, लक्ष्मण का तुषार वर्मा, सिवरी का राकेश गर्ग, सुग्रीव का रोहित नामदेव, बाली का अमन गोयल, तारा का शिव शर्मा, अंगद का वासु मित्तल, हनुमान जी का आशु गर्ग ने किया