नेशनल हाईवे के किनारे उगी झाड़ियों से राहगीर हो रहे घायल/दुर्घटना का शिकार

in #kachhauna2 years ago

IMG-20220718-WA0020.jpgकछौना(हरदोई): लखनऊ-हरदोई नेशनल हाईवे मार्ग पर कोतवाली कछौना से सेठ भूरामल इण्टर कॉलेज तक व डबल नहर पुल से त्यौरी मोड़ तक हाइवे के दोनों किनारे फुटपाथ पर कटीली झाड़ियां हैं। मार्ग के दोनों किनारे झाड़ियां आने के कारण दोपहिया व पैदल चलने वाले लोग चुटहिल होकर सड़क दुर्घटना का शिकार हो रहे हैं। हाईवे पर चलते समय पीछे से वाहन आते समय जब भी बाइक सवार किनारे जाते हैं। तब कंटीली झाड़ियों में उलझकर चुटहिल हो जाते हैं। किनारे नहीं जाने पर दुर्घटना होने का अंदेशा सताता है। किनारे जाने पर उनमें उलझकर/फंसकर चुटहिल होने का डर भी लगा रहता है। हाईवे पर ऐसे वाक्या रोज ही देखने को मिल रहे हैं। गौरतलब है कि बरसात के दिनों में मार्गों के किनारे कंटीली झाड़ियों का उग आना आम बात है। लेकिन यह झाड़ियां विभाग द्वारा कटवाई जाती है। लेकिन दो वर्षों से विभाग द्वारा झाड़ियां कटवाई नहीं गई है। जो साइकिल, बाइक व पैदल मार्ग पर चलने वालों के लिए परेशानी का सबब बनी हुई है। इस मार्ग पर कोतवाली कछौना से सेठ भूरामल इण्टर कॉलेज तक व डबल नहर पुल से त्यौरी मोड़ तक हाइवे के दोनों किनारे फुटपाथ पर कटीली झाड़ियां हैं। जिससे हाईवे पर बाइक सवार व साइकिल व पैदल चलने वाले राहगीरों को दोनों ही तरफ से परेशानी है। अगर किनारे से हटकर मार्ग के बीच में बाइक चलाएं तो दुर्घटना हो जाती है। इस मार्ग पर झाड़ियों के कारण कई बाइक सवारों की जान चली गई। दर्जनों राहगीर इन झाड़ियों का शिकार हो चुके हैं। राहगीरों को झाड़ियों से चुटहिल होने का डर अगर पैदल/दोपहिया वाहन बीच मार्ग में चलाएं तो दुर्घटना होने की संभावना, इसलिए यह कहानी चरितार्थ हो रही है कि "एक तरफ कुंआ और एक तरफ खाई"। अब किधर जाना है, यह तो राहगीरों को जानजोखिम में डालकर तय करना है। उक्त मामले को लेकर उपजिलाधिकारी सण्डीला ने बताया कि एनएचएआई को पत्र भेज चुके हैं, शीघ्र विभाग द्वारा कटीली झाड़ियों को कटवाकर राहगीरों को निजात दिलाई जाएगी।IMG-20220718-WA0019.jpg