पीएसी जवान ने जरायम से जुटा ली करोड़ों की संपत्ति

in #jhansi9 days ago

झांसी 7 सितंबर:(डेस्क)झांसी के पीएसी में सिपाही रहे संजय यादव के खिलाफ कई गंभीर आरोप लगे हैं। उन्होंने झांसी, ललितपुर और हमीरपुर में करोड़ों की संपत्ति जुटाई है, जो उनकी दबंगई और आपराधिक गतिविधियों का परिणाम है। संजय यादव का साम्राज्य मुख्य रूप से अवैध तरीकों से अर्जित संपत्ति पर आधारित है।

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संपत्ति का निर्माण और कब्जे
संजय यादव ने अपने गुर्गों की मदद से झांसी में कई जगहों पर जमीन पर कब्जा जमाया और वहां प्लॉटिंग कर दी। इस प्रक्रिया में उन्होंने स्थानीय लोगों को धमकाने और डराने का सहारा लिया। उनकी संपत्ति में आलीशान बंगले और अन्य मूल्यवान संपत्तियां शामिल हैं, जिनकी कुल कीमत लगभग 5 करोड़ रुपये है।

आपराधिक गतिविधियां
प्रेमनगर थाने में संजय यादव के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट समेत 10 से अधिक मामले दर्ज हैं। ये मामले उनकी आपराधिक गतिविधियों को दर्शाते हैं, जिसमें जमीन कब्जाने, धमकी देने और अन्य अपराध शामिल हैं। उनकी गतिविधियों ने स्थानीय लोगों के बीच भय का माहौल पैदा कर दिया है।

प्रशासन की कार्रवाई
हाल ही में, झांसी पुलिस और राजस्व विभाग ने संजय यादव की संपत्ति को कुर्क करने की कार्रवाई की। यह कार्रवाई डीएम के आदेश पर की गई, जिसमें गैंगस्टर एक्ट की धारा 14(1) के तहत उनकी संपत्ति को जब्त किया गया। प्रशासन ने यह सुनिश्चित किया कि संजय यादव की अवैध संपत्ति को कानून के दायरे में लाया जाए।

स्थानीय समुदाय की प्रतिक्रिया
संजय यादव की गतिविधियों से प्रभावित स्थानीय समुदाय ने प्रशासन से न्याय की मांग की है। लोगों का कहना है कि संजय यादव और उसके गुर्गों की दबंगई के कारण वे अपनी जमीनों और संपत्तियों की सुरक्षा नहीं कर पा रहे हैं। स्थानीय निवासियों ने प्रशासन से अपील की है कि वे इस मामले में सख्त कार्रवाई करें और संजय यादव को कड़ी सजा दिलाने की दिशा में कदम उठाएं।

निष्कर्ष
संजय यादव का मामला यह दर्शाता है कि कैसे कुछ लोग कानून का उल्लंघन करके अपनी शक्ति और संपत्ति को बढ़ाते हैं। प्रशासन की कार्रवाई से यह उम्मीद जताई जा रही है कि स्थानीय समुदाय को न्याय मिलेगा और भविष्य में ऐसी गतिविधियों पर रोक लगेगी। स्थानीय लोगों की सुरक्षा और संपत्ति की रक्षा के लिए प्रशासन को और सख्त कदम उठाने की आवश्यकता है।