सियार ने किया बुजुर्ग पर हमला, क्षेत्र में फैली दहशत

in #jhansi9 days ago

झांसी 10 सितंबर:(डेस्क)टहरौली में सियार के हमले से युवक घायल
टहरौली क्षेत्र के ग्राम गाता में एक युवक पर सियार ने हमला कर दिया, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। यह घटना उस समय हुई जब हरदयाल नामक युवक शाम के समय खेत से घर लौट रहा था। अचानक सियार ने उस पर हमला बोल दिया, जिससे ग्रामीणों में दहशत का माहौल बन गया है। इस घटना ने न केवल हरदयाल के परिवार को बल्कि पूरे गांव को चिंता में डाल दिया है।

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घटना का विवरण
हरदयाल, जो ग्राम गाता का निवासी है, खेत से लौटते समय अचानक सियार के हमले का शिकार हो गया। ग्रामीणों के अनुसार, सियार ने उसे पीछे से आकर हमला किया, जिससे वह गिर पड़ा और गंभीर रूप से घायल हो गया। घटना के बाद आसपास के लोग तुरंत हरदयाल की मदद के लिए दौड़े और उसे इलाज के लिए नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया।

ग्रामीणों की प्रतिक्रिया
इस घटना के बाद से गांव में दहशत का माहौल है। ग्रामीणों का कहना है कि सियारों की संख्या बढ़ रही है और ये अक्सर खेतों में घुसकर फसलों को नुकसान पहुंचा रहे हैं। कई ग्रामीणों ने बताया कि यह पहला मामला नहीं है, जब सियार ने किसी पर हमला किया हो। इससे पहले भी कई बार सियारों ने जानवरों और यहां तक कि कुछ लोगों पर भी हमला किया है।

प्रशासन की भूमिका
ग्रामीणों ने इस समस्या के समाधान के लिए स्थानीय प्रशासन से गुहार लगाई है। उन्होंने मांग की है कि प्रशासन को इस मुद्दे पर गंभीरता से ध्यान देना चाहिए और सियारों को पकड़ने के लिए ठोस कदम उठाने चाहिए। कुछ ग्रामीणों ने यह भी कहा कि यदि प्रशासन ने समय पर कार्रवाई नहीं की, तो भविष्य में ऐसे हमलों की संभावना और बढ़ सकती है।

वन विभाग की जिम्मेदारी
इस मामले में वन विभाग की भूमिका भी महत्वपूर्ण है। ग्रामीणों ने वन विभाग से अपील की है कि वे सियारों की बढ़ती संख्या को नियंत्रित करने के लिए उचित कदम उठाएं। कई ग्रामीणों का मानना है कि सियारों का बढ़ता आतंक केवल फसलों को ही नहीं, बल्कि लोगों की जान को भी खतरे में डाल रहा है।

मानसिक तनाव और सुरक्षा
इस घटना ने न केवल हरदयाल के परिवार को प्रभावित किया है, बल्कि पूरे गांव में एक मानसिक तनाव का माहौल बना दिया है। लोग अब खेतों में काम करने से डर रहे हैं और अपने बच्चों को बाहर भेजने में भी हिचकिचा रहे हैं। कई ग्रामीणों ने कहा कि उन्हें अब रात के समय बाहर निकलने में भी डर लगने लगा है।

निष्कर्ष
टहरौली के ग्राम गाता में सियार के हमले की घटना ने एक बार फिर से जंगली जानवरों के हमलों की गंभीरता को उजागर किया है। स्थानीय प्रशासन और वन विभाग को इस समस्या का समाधान करने के लिए तुरंत कदम उठाने चाहिए ताकि भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं से बचा जा सके। ग्रामीणों की सुरक्षा और उनकी फसलों की रक्षा के लिए यह आवश्यक है कि सियारों की संख्या को नियंत्रित किया जाए और लोगों को सुरक्षित वातावरण प्रदान किया जाए।
इस घटना ने यह भी साबित किया है कि जंगली जानवरों के हमलों को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है, और इसके लिए ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है। यदि प्रशासन और वन विभाग मिलकर काम करें, तो ऐसी घटनाओं को रोका जा सकता है और ग्रामीणों को सुरक्षित रखा जा सकता है।