शहर के एकमात्र एकॉर्डिंयन प्लेयर बजाने वाले नंदी जी का निधन, परिजनों ने कराया नेत्रदान संपन्न

in #jhalawar2 years ago

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कोटा/झालावाड़ - घर में त्यौहार का दिन न्यू गोपाल विहार निवासी (सेवानिवृत्त आई एल फैक्टरी) नरेंद्र कुमार सिंघा (80 वर्ष) की दोनों बहन इंद्रा गौड़ व मंजू दुरेजा राखी बाँध कर घर पहुंची ही थी की पीछे-पीछे भाई के देहान्त की ख़बर आ गयी। वापस दोनों बहनें भाई के पास आयी और खूब बिलख कर रोयी। घर पर इस गमगीन माहौल को बदलने के लिए वहाँ खड़े क़रीबी रिश्तेदार अमित अरोड़ा ने परिवार के सभी सदस्यों के बीच में नरेंद्र के नेत्रदान करवाने की चर्चा की ।

नेत्रदान की बात सुनकर परिवार की बहू भारती गौड़ ने भी अपनी मामी सास मिथलेश शर्मा (सेवानिवृत प्रधानाध्यपिका) को समझाया कि नेत्रदान बहुत छोटी प्रक्रिया है और इससे हम हमारे मामा को किसी दृष्टिहीन व्यक्ति में जीवित रख सकेंगे बात सुनते ही मिथिलेश ने तुरंत ही नेत्रदान के लिए सहमति दे दी ।

नरेंद्र कोटा शहर में "नंदी जी" के नाम से प्रसिद्ध एकॉर्डिंयन प्लेयर थे। इस तरह का बाजा बजाने वाले वह शहर के अकेले व्यक्ति थे इन्होंने पुराने गानों पर काफी सारी प्रस्तुतियां दशहरे मेले और शहर के बाहर भी कई रंग मंच पर दी है। अपने अंतिम समय में भी उन्होंने कभी एकॉर्डिंयन बजाना नहीं छोड़ा था।

ज्योति मित्र सागर पिपलानी की सूचना पर शाइन इंडिया फाउंडेशन संस्था के डॉ कुलवंत गौड़ मौके पर पहुँचे और ईबीएसआर के तकिनीशियन के सहयोग से नैत्रदान कि प्रक्रिया को संपन्न करवाया। मिथिलेश स्वयं शिक्षा क्षेत्र से जुड़ी हुई थी इसलिए उन्होंने अपने पति के नेत्रदान की पूरी प्रक्रिया को बारीकी से देखा और सारी जानकारी प्राप्त की ।

मिथिलेश ने अपने सामने नेत्रदान की प्रक्रिया को देखकर निर्णय लिया है कि,वह आगे भी अपने मित्रों, रिश्तेदारों और परिवार के सभी सदस्यों को नेत्रदान के प्रति जागरूक करेंगी ।

नेत्रदान की इस प्रक्रिया के दौरान नरेंद्र जी के भाई सुकांत भूषण और भांजे मनीष गौड़ भी वहाँ मौजूद थे ।IMG-20220811-WA0053.jpg