मठ के महंत ने खुद के अपहरण की रची झूठी साजिश , अब हुए बेनकाब
सायला। वालेरा मठ के महंत पारस भारती ने अपने 3 साथियों के साथ मिलकर अपने किडनैप की साजिश रच डाली। महंत ने अपने विरोधियों को बदनाम करने के लिए यह पूरा हाईवोल्टेज ड्रामा किया था। बाबा ने अपने साथियों के साथ मिलकर गाड़ी के शीशे तोड़े और फिर किसी मठ में चले गए थे। 3 दिन गायब रहने के बाद महंत अचानक सिरोही के रेवदर कस्बे के आबकारी थाने पहुंचे और किडनैपर्स के जीरावल रोड पर नाले के पास छोड़कर जाने की बात कही। हालांकि पुलिस पूछताछ में महंत के खुद ही किडनैपिंग की साजिश रचने का खुलासा हो गया।रविवार शाम को महंत के सिरोही जिले के रेवदर कस्बे में मिलने पर जालोर की कोतवाली पुलिस रात उनको लेकर आई और पूछताछ की, जिसमें महंत पारस भारती ने किडनैपिंग की साजिश रचना कबूल कर लिया। महंत ने बताया कि उन्होंने अपने ही 3 साथियों के साथ मिलकर खुद अपने किडनैप की कहानी रची थी। उन्होंने बताया कि कांखी रोड पर अपनी गाड़ी के शीशे तोड़े और अपने जूते-कपड़े बिखरे और फिर वहां से चले गए थे। वालेरा स्थित दुदेश्वर महादेव मठ के महंत पारस भारती गुरुवार रात को किसी जागरण में जाने की कह कर निकले थे। शुक्रवार सुबह महंत की गाड़ी वालेरा ग्राम में ही कांखी रोड पर शीशे टूटे मिली और गाड़ी में महंत के जूते व कुछ कपड़े बिखरे मिले थे। ग्रामीणों ने अज्ञात लोगों द्वारा किडनैप की जानकारी सायला पुलिस को दी थी। पुलिस की 6 टीमें महंत को खोजने में जुटी हुई थी। जालोर एसपी ने महंत के ढूंढने पर 5 हजार का इनाम घोषित किया था। पिछले 3 दिनों से आक्रोशित भक्त जल्द महंत को ढूंढकर आरोपियों की गिरफ्तार की मांग कर रहे थे। अब जब सच्चाई सामने आई तो महंत की पोल खुल गयी।
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