मोबाइल में ब्लास्ट,बाइक सवार युवक की मौत,डॉक्टर बनना चाहता था

मोबाइल में ब्लास्ट,बाइक सवार युवक की मौत,डॉक्टर बनना चाहता था सुरेश,कहता था गांव में रहकर लोगों की सेवा करूंगा

20 साल का सुरेश पढ़ाई में होशियार था। 12 वीं में उसने साइंस ले रखी थी। पापा से कहता था कि डॉक्टर बन आपका नाम रोशन करूंगा। गांव में रहकर लोगों का इलाज करूंगा ताकि उन्हें शहर नहीं जाना पड़े। बेटे के यह विचार देख वे बहुत खुश होते थे। ऑनलाइन पढ़ाई कर सके इसलिए नया मोबाइल खरीदकर भी दिया। लेकिन वह मोबाइल ही उसकी मौत का कारण बन गया। यह सोचते ही मृतक सुरेश के माता-पिता का रो-रो कर बुरा हाल हो जाता हैं। उन्हें अब भी यकीन नहीं हो रहा कि उनका लाडला अब इस दुनिया में नहीं रहा।

दरअसल पाली जिले के आनंदपुर कालू थाने के बलाड़ा गांव निवासी 19 वर्षीय सुरेश गुर्जर पुत्र भुंडाराम गुर्जर अपने चचेरे भाई भगवानाराम पुत्र बालूराम गुर्जर के साथ शुक्रवार को बाइक से गोपालदास धूणा दर्शन के लिए गए थे। बाइक भगवानाराम चला रहा था, सुरेश पीछे बैठा था। वापस आते समय अचानक सुरेश की जेब में रखे मोबाइल में विस्फोट हो गया जिससे बाइक असंतुलित होकर सड़क किनारे खेजड़ी के पड़े से टकरा गई। हादसे में भगवानाराम दूर उछलकर गिर गया। वही सुरेश खेजड़ी के पेड़ से टकरा गया। सिर में गंभीर चोट लगने से उसकी मौके पर ही मौत हो गई। डॉक्टर के पास ले गए जब जींस जली हुई देखी तो पता चला कि मोबाइल में विस्फोट हुआ था।

जांघ में हो गया छेद

रिश्तेदार बालूराम ने बताया कि मोबाइल फटने से सुरेश की जांघ में बड़ा छेद हो गया था। पेंट जल गई थी। इससे अंदाजा लगाया जा सकता हैं कि विस्फोट कैसा हुआ होगा। उन्होंने बताया कि सुरेश के पिता भुंडाराम ने छह-सात माह पहले उसे टेक्मो कम्पनी को मोबाइल ऑनलाइन पढ़ाई के लिए दिलवाया था। चार बच्चों के पिता भुंडाराम गांव में खेती का काम करते हैं।

रेतीली जमीन पर गिरने से बच गया भगवानाराम

मृतक के परिजनों ने बताया कि हादसे में भगवानाराम बाइक से उछल कर करीब 20 फीट दूर सड़क किनारे ओरण की रेतीली जमीन पर जाकर गिरा। जिससे उसे कोई गंभीर चोट नहीं लगी। लेकिन हादसे से वह इतना घबराया हुआ हैं कि अभी भी डरा हुआ हैं।

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