जिला कलक्टर ने ली बेटी बचाओं-बेटी पढ़ाओं की जिला टास्क फोर्स की बैठक

in #jaisalmer2 years ago

जैसलमेर 8 वीं कक्षा के बाद ड्रॉप आउट बालिकाओं की सूचना सोमवार तक समस्त पीईईओ उपलब्ध कराएं - जिला कलक्टर (2).jpg जिला कलक्टर टीना डाबी ने जिले के समस्त माध्यममिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालयों के पीईईओं के साथ बेटी बचाओं-बेटी पढ़ाओं के सम्बन्ध में विस्तार से चर्चा करते हुए उन्हें निर्देश दिए कि जो बालिकाएं कक्षा 8 के बाद ड्रॉप आउट हो गई है, उन बालिकाओं के नाम सहित सूची सोमवार, 28 नवम्बर तक हर हाल में उपलब्ध कराएं।

बालिकाओं को शिक्षा से जोड़ना मुख्य उद्देश्य

जिला कलक्टर डाबी ने पहली बार जिले के समस्त पीईईओं के साथ सोमवार को डीआरडीए सभागार में बेटी बचाओं-बेटी पढ़ाओं की जिला टास्क फोर्स समिति की बैठक ली एवं यह निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि हम सबकों मिलकर जिले में बालिका शिक्षा को बढ़ावा देना है एवं हमारा पहला उद्देश्य यही रहेगा कि जो बालिकाएं 8 वीं के बाद शिक्षा से वंचित रह रही है, उन बालिकाओं को ट्रेस आउट करके उनकों पुनः विद्यालयी शिक्षा से जोड़ना है। उन्होंने कहा कि पीईईओ इसमें अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएं एवं निर्धारित समय तक पूरी सूचनाएं उपलब्ध कराएं।

क्रियाशील शौचालयों की सूची पेश करें

जिला कलक्टर ने विद्यालयों में बालिका शिक्षा की सुविधा के लिए संचालित शौचालयों की समीक्षा करते हुए पीईईओं को निर्देश दिए कि वे 3 दिवस में विद्यालयों में क्रियाशील शौचालयों की सूची उपलब्ध कराएं एवं यह सुनिश्चित करें कि ये शौचालय पानी की सुविधा से पूर्ण रूप से जुड़े हुए होने चाहिए एवं उसका सही उपयोग बालिकाएं करें। उन्होंने कहा कि शौचालयों में जो भी कमी है, उसको भी दर्शाएं ताकि हम उस कमी को भी सही करवा सके।

विद्यालयों में बच्चों का स्वास्थ्य जांच प्रभावी हो

उन्होंने विद्यालयों में चिकित्सा विभाग द्वारा 0 से 19 वर्ष तक के बच्चों के लिए करवाएं जा रहे स्वास्थ्य कार्यक्रम की चर्चा करते हुए पीईईओ को निर्देश दिए कि जब भी शिक्षा विभाग द्वारा उनके विद्यालय में स्वास्थ्य केम्प लगाएं तक स्वयं उपस्थित रहकर बच्चों की स्वास्थ्य जांच कराएं एवं इसके साथ ही जो बच्चे कुपोषित है, उसकों भी चिन्ह्ति कर उसकी सूची भी उपलब्ध कराएं ताकि हम ऐसे बच्चों का समय रहते बेहतर उपचार कर सके। उन्होंने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी व उप निदेशक महिला एवं बाल विकास को निर्देश दिए कि वे स्वास्थ्य केम्पों के लिए कार्यक्रम जारी कर समस्त पीईईओं को उपलब्ध कराएंगे।

गुड टच-बेड टच के बारें में पूरी दे जानकारी

जिला कलक्टर ने गुड टच-बेड टच कार्यक्रम के बारें में भी चर्चा करते हुए महिला अधिकारिता के साथ ही पीईईओं को निर्देश दिए कि वे इसके बारें में विद्यालयी बालक-बालिकओं को विस्तार से कम से कम दो माह में पूरी जानकारी प्रदान करावें। उन्होंने विद्यालयों में बालिकाओं के लिए सेनेटरी नेपकिन की भी उचित व्यवस्था संचालित करने पर विशेष जोर दिया।

उन्होंने पीईईओं से ड्रॉप आउट बालिकाओं को सूचिबद्ध करने एवं उनकों पुनः विद्यालय से किस प्रकार से जोड़ सके इसके बारें में विस्तार से उनसे फीडबैक लिया एवं कहा कि वे इस कार्य को पूर्ण जिम्मेदारी के साथ करेंगे।

संस्थागत प्रसव में लाएं बढ़ोतरी

उन्होंने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को निर्देश दिए कि वे संस्थागत प्रसव में बढ़ोतरी लाने के लिए विशेष प्रयास करें एवं इसके लिए समस्त प्राथमिक एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों के चिकित्सा अधिकारियों व एएनएम तथा आंगनवाडी कार्यकर्ता के साथ बैठक लेकर एएनसी पंजीयन की बढ़ोतरी लाएं। उन्होंने कुपोषित बच्चों को उपचार के रूप में दी जा रही गोलियों को भी समय पर विद्यालयों में उपलब्ध करवाकर एएनएम के माध्यम से उन्हें दिलाने की व्यवस्था करने पर जोर दिया। इसके साथ ही बच्चों के स्वास्थ्य स्क्रीनिंग की जांच प्रभावी ढंग से कराने की कार्यवाही के निर्देश दिए।

बीमा योजना में वंचितों का कराएं पंजीयन

जिला कलक्टर ने इस बैठक के दौरान मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना की चर्चा करते हुए कहा कि मानव स्वास्थ्य के लिए राज्य सरकार द्वारा संचालित यह बहुत ही अनूठी योजना है। उन्होंने पीईईओ से आह्वान किया कि वे इस योजना में उनके क्षेत्र में जो परिवार वंचित रह गए है, उन परिवारों का 850 रुपये में एक साल के लिए स्वास्थ्य बीमा करवाने की कार्यवाही करने में पूरा सहयोग करें। उन्होंने इसके लिए विद्यालय में प्रार्थना सभा के दौरान विद्यार्थियों को प्रेरित करें कि उनके अभिभावकों को कहकर योजना में जुडवावे।

बैठक के दौरान उपनिदेशक महिला अधिकारिता अशोक कुमार गोयल एवं कार्यक्रम अधिकारी चन्द्रवीर सिंह भाटी ने पावर पॉईन्ट प्रजेन्टेशन के माध्यम से बेटी-बचाओं-बेटी पढ़ाओं के एजेण्डे को विस्तार से रखा एवं साथ ही इस कार्यक्रम में विभागों के द्वारा की जाने वाली गतिविधियों पर प्रकाश डाला।

बैठक के दौरान मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बी.एल. बुनकर, मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी राजेन्द्र शर्मा, उपनिदेशक महिला एवं बाल विकास सोमेश्वर देवड़ा, रोजगार अधिकारी भवानी प्रताप चारण, नगर परिषद के सचिव झब्बर सिंह के साथ ही शिक्षा विभाग के अधिकारी एवं समस्त पीईईओ उपस्थित थे। बैठक में संवाद के दौरान पीईईओ ने अपने क्षेत्र की समस्याओं से भी अवगत कराया, वहीं विश्वास दिलाया कि वेे ड्रॉपआउट बालिकाओं को पुनः स्कूली शिक्षा से जोड़ने मे पूरा सहयोग करेंगे।