सियासत: जलालत भरे ट्वीट के दो दिन बाद मंत्री चांदना मीडिया के सामने आए और बोले...

in #jaipur2 years ago

जो अंधेरे में इलाज की कोशिश करते हैं, उनका भरी दुपहरी में करूंगा इलाज

सियासत: जलालत भरे ट्वीट के दो दिन बाद मंत्री चांदना मीडिया के सामने आए और बोले...

विवाद आखिरी नहीं, आगे भी होंगे

जयपुर . मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के प्रमुख सचिव कुलदीप रांका पर हमला बोलने और जलालत के चलते मंत्री पद छोड़ने की दो दिन पहले बात कहने वाले खेल व युवा मामलात मंत्री अशोक चांदना शनिवार को मीडिया के सामने आए।

उन्होंने एक दिन पहले मुख्यमंत्री से हुई मुलाकात को लेकर कहा कि कुछ बातें पर्दे की हैं, पर्दे में ही रहनी चाहिए, लेकिन अशोक चांदना डरने वाला नहीं है, जो-जो आदमी अंधेरे में इलाज करने की कोशिश करते हैं, उनका इलाज भरी दुपहरी में करूंगा। उन्होंने अपनी नाराजगी को लेकर कहा कि नाराजगी रहेगी तो भी क्या कर सकते हैं। जनता के चुने हुए जनप्रतिनिधि हैं, जनता के लिए काम तो करेंगे ही। वैसे भी नाराजगी जनता के कामों के लिए होती है। लोगों ने उसी के लिए वोट दिए हैं।

तनाव में होता है फायदा

खेल मंत्री अशोक चांदना ने कहा कि तनाव में रहने में काफी फायदा है। तनाव में तैयारी मजबूती के साथ होती है। हल्का काम नहीं होता है। जो भी इंसान ओवरकॉन्फिडेंस में रहता है। वह हमेशा गलती करता है। तनाव में रहने वाला कभी गलती नहीं करता है। एक दिन पहले मुख्यमंत्री ने चांदना के ट्वीट के बाद कहा था कि वे तनाव के चलते ऐसा बोल रहे हैं।

नौकरशाहों से विवाद को लेकर कहा कि विवाद तो चलते रहते हैं। पहले भी नेताओं और अफसरों में विवाद होते रहे हैं आगे भी होते रहेंगे ये आखिरी बार नहीं है, लेकिन विवादों से कोई काम रूकते नहीं। मुझे भी किसी अधिकारी की कार्यशैली को लेकर आपत्ति थी। इसकी जानकारी मुख्यमंत्री को दे दी है। उम्मीद है जल्द समाधान कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि जब मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कोरोना काल में भी कोई काम नहीं रुकने दिया तो अब कैसे रुकेंगे। मुख्यमंत्री हमारे अभिभावक हैं, दिशा-निर्देश देते रहते हैं। उन्होनें बिना मांगें इस विभाग को बड़ी सौगातें दी। प्रदेश के सियासी संकट में मुख्यमंत्री गहलोत के चेहरे पर ही सरकार बची थी, अगर कोई और मुख्यमंत्री होता तो सरकार नहीं बच सकती थी।