ओवैसी राजस्थान में लगा पाएंगे कांग्रेस के वोट बैंक में सेंध?

in #jaipur2 years ago

AIMIM चीफ असद्दुदीन ओवैसी आज राजस्थान की राजधानी जयपुर में आने का प्रस्तावित कार्यक्रम है। ओवैसी यहां एक टॉक शो में भाग लेंगे। साथ में अपने समर्थकों संग चर्चा कर जनता की नब्ज टटोलेंगे। ओवैसी पहले ही घोषणा कर चुके है कि उनकी पार्टी राजस्थान विधानसभा चुनाव 2023 का चुनाव लड़ेगी। ऐसे में ओवैसी का राजस्थान दौरा काफी अहम माना जा रहा है। क्योंकि राजस्थान में 11 से 12% मुस्लिम आबादी है। परंपरागत तौर कांग्रेस का वोट बैंक रहा है, लेकिन राजस्थान की सियासत में ओवैसी की एंट्री से विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के समीकरण बिगड़ सकते है। करीब दो महीने पहले ओवैसी ने राजस्थान का दौरा किया था। ओवैसी का दो महीने बाद राजस्थान आना साफ संकेत देता है कि वह पार्टी का संगठन खड़ा करेंगे।

aimim_chief_asaduddin_owaisi_1648124873.webp

मध्यप्रदेश में लगाई थी कांग्रेस के वोट बैंक में सेंध

उल्लेखनीय है कि मध्यप्रदेश में हाल ही में संपन्न हुए पंचायत एवं निकाय चुनावों में ओवैसी की पार्टी ने कई सीटों पर कांग्रेस की जीत का समीकरण गड़बड़ा दिया था। ओवैसी की पार्टी ने कांग्रेस के नजदीक आती जीत को छिटकाने का काम किया था। ऐसे में माना जा रहा है कि राजस्थान विधानसभा चुनाव में ओवैसी की पार्टी कांग्रेस के लिए मुसीबत खड़ी कर सकती है। हालांकि, सीएम गहलोत अल्पसंख्यक वोटर को रिझाने के लिए ओवैसी की पार्टी को भाजपा की बी टीम बताते रहे हैं। कांग्रेस नेताओं का कहना है कि राजस्थान में ओवैसी की पार्टी का कोई वजूद नहीं है। ओवैसी की मंशा सिर्फ भाजपा को चुनावी लाभ पहुंचाने की है।

सदस्यता अभियान चलाने पर फोकस

दो महीने पहले ओवैसी ने जयपुर में मीडिया से बात करते हुए कहा कि उनकी पार्टी राजस्थान में संगठन खड़ा करेगी। अभी छह सदस्यों की कोर कमेटी बनाई जाएगी। राजस्थान में सदस्यता अभियान राजस्थान में चलाया जाएगा। कई जगहों पर जनसभाएं आयोजित की जाएंगी। उसके बाद प्रदेश में एक मजबूत एआईएमईएम का संगठन खड़ा किया जाएगा। राजस्थान में हारने या जीतने नहीं बल्कि लीडरशिप पैदा करने आ रहे हैं। ओवैसी ने कहा कि हमारी पार्टी की राज्य इकाई राजस्थान में मुस्लिम और दलित समुदायों पर ध्यान केंद्रित करेगी। हमारी तैयारी जोरों पर है और हम समुदाय के लोगों के साथ बैठक कर रहे हैं। वह आगे बोले कि वर्तमान में मुसलमानों का एक स्वतंत्र नेतृत्व बनाने की जरूरत है। हमारी पार्टी राज्य में इस समुदाय के लोगों की आवाजों को एक मंच देगी। 2018 के विधानसभा चुनावों में, कांग्रेस पार्टी ने 16 मुस्लिम उम्मीदवारों को टिकट दिया था जिनमें 9 को जीत हासिल हुई थी। वहीं बीजेपी ने अपने सिर्फ एक उम्मीदवार यूनुस खान को टिकट दिया था। युनूस खान ने टोंक से सचिन पायलट के खिलाफ चुनाव लड़ा और करीब 50 हजार वोट से हार का सामना करना पड़ा था। वहीं 200 सीटों की राजस्थान विधानसभा में, सत्तारूढ़ कांग्रेस के पास वर्तमान में 108 विधायक, भाजपा के 71, राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (आरएलपी) के तीन, सीपीआई (एम) और भारतीय ट्राइबल पार्टी (बीटीपी) के दो-दो और राष्ट्रीय लोक दल से एक विधायक हैं, वहीं 13 निर्दलीय विधायक हैं।

Sort:  

AA News लाइक के लिए शुक्रिया। इसलिए AA News ने भी आपके एकाउंट के पोस्ट like किये है ।
पुनः धन्यवाद।
@aanews