जबलपुर में प्रशासन के दबाव में तीन रुपये घटे दूध के दाम

in #jabalpur2 years ago

12_09_2022-12_sep_2022_jabalpur_03.jpg शहर के सभी डेयरी संचालकों की एक महत्वपूर्ण बैठक कलेक्ट्रेट के सभागार में आयोजित हुई। कलेक्टर डा. इलैयाराजा टी की अध्यक्षता में आयोजित इस बैठक के दौरान कलेक्टर ने डेयरी संचालकों से कहा कि वे दूध के दाम नहीं बढ़ाएं। प्रयास करें कि शहर में दूध के दाम अन्य शहरों की अपेक्षा अधिक न हों। कलेक्टर के आह्वान पर डेयरी संचालकों ने दूध के दाम 66 से घटाकर 63 रुपये लीटर करने पर सहमति दे दी है।
डेयरी संचालकों के साथ बैठक में कलेक्टर ने कहा कि डेयरी उत्पाद सीधी तौर पर मानव स्वास्थ्य से जुड़े हैं, इसलिए इस बात का ध्यान रखें कि दूध में क्वालिटी हो, ब्रांडेड हो। डेयरी सिस्टम से जनता को नुकसान न हो। दुग्ध व्यवसाय में नैतिकता पर ध्यान दें, समाज के खिलाफ न जाएं, क्योंकि प्रशासन के लिए आम जनता के हित सर्वोपरि हैं। इस दौरान डेयरी मानकों को शत-प्रतिशत पूरा करने के साथ लोक हित में दूध की गुणवत्ता और दूध में किसी प्रकार के मिलावट न करने को लेकर भी आवश्यक निर्देश दिए गए। कलेक्टर ने डेयरी संचालकों से यह भी कहा कि मार्केट में बैलेंस बनाकर रखें, अन्य जगहों से दूध के रेट ज्यादा न हो।
बैठक में दुग्ध उत्पादकों की समस्याओं को भी गंभीरता से सुना गया। कलेक्टर डा.इलैयाराजा ने कहा डेयरी संचालन की गाइडलाइन को पूरा करें। साथ ही परियट नदी में प्रदूषण को कम करने की दिशा में आवश्यक कदम बढ़ाएं। उन्होंने कहा कि डेयरियों व इससे जुड़ी गतिविधियों पर अचानक जांच की जाएगी, जिसमें दूध की क्वालिटी, रसायनों का इस्तेमाल व डेयरी संबंधित अनेक बिंदु होंगे। जांच के दौरान गड़बड़ी पाए जाने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। कलेक्टर ने दुग्ध डेयरियों की जांच के लिए टीम भी गठित की है। बैठक में एसडीएम पीके सेनगुप्ता, उप संचालक पशु चिकित्सा एवं सेवाएं डा. एसके बाजपेयी, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के साथ अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।
डेयरी संघ ने दिया लिखित आश्वासन :

दूध आम आदमी से जुड़ा महत्वपूर्ण विषय है। यह हर आम आदमी के घर से जुड़ा महत्वपूर्ण विषय है। इसी को ध्यान में रखते हुए डेयरी संघ के अध्यक्ष नरेश भांबरी ने प्रशासन को लिखित रूप से भरोसा दिलाया है कि 12 सितंबर से शहर में दूध के दाम 66 रुपये की बजाय 63 रुपये प्रति लीटर होंगे। उनका यह भी कहना है कि पिछले दिनों दाना-भूसा के दामों में हुई बढ़ोत्तरी के बाद डेयरी संचालकों की उत्पादन लागत में बढ़ोत्तरी हुई। बावजूद इसके प्रशासन के आह्वान पर वो दूध के दाम कम करने तैयार हैं।