इटवा में प्रक्षेत्र दिवस का हुआ आयोजन

in #itwabreaking2 years ago

वैज्ञानिकों ने किसानों को गेहूं की सीधी बुआई के लिए किया प्रेरित, दी महत्वपूर्ण जानकारियां

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सिद्धार्थनगर के इटवा ब्लाक क्षेत्र में बुधवार को प्रक्षेत्र दिवस का आयोजन किया गया। कार्यक्रम कृषि विज्ञान केंद्र, सोहना के तत्वावधान में हुआ। कार्यक्रम मंगुआ गांव में इन सीटू फसल अवशेष प्रबंधन के तहत किया गया। इस मौके पर कृषि वैज्ञानिकों ने किसानों को रबी फसल की बुआई के विषय में महत्वपूर्ण जानकारियां दी।

वैज्ञानिकों ने किसानों को तकनीकी खेती पर ध्यान देने और गेहूं की सीधी बुआई के विषय पर जागरूक किया। इस तकनीक से जहां सिंचाई की जरूरत कम होगी, वहीं लागत भी कम आएगी। इसके साथ ही उत्पादन बेहतर होगा। किसानों को लाभप्रद खेती के बारे में भी जानकारी देने के साथ उन्हें खेतों में ले जाकर जागरूक किया गया।

प्रति एकड़ तीन हजार की होगी बचत

वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ प्रदीप कुमार ने किसानों को प्रक्षेत्र दिवस पर बताया कि धान फसल के उपरांत गेहूं की सीधी बुआई उनके लिए बहुत लाभदायक है। सीधी बुआई से किसानों को प्रति एकड़ तीन हजार की बचत होगी। गेहूं की सीधी बुवाई के लाभ के बारे में बताया कि फसलों के पौधों जड़ों में जल्दी सूखा नहीं आता। सिंचाई की जरूरत कम हो जाती है। फसलों में पहली सिंचाई देर से व कम सिंचाई करने के कारण खरपतवार, बीमारियां और कीट प्रकोप भी कम आता है।

किसानों व वैज्ञानिकों के बीच धरातल पर हो संवाद

डॉ शेष नारायण सिंह ने बताया कि प्रक्षेत्र दिवस के आयोजन का उद्देश्य किसानों और विज्ञानियों के बीच धरातल पर संवाद स्थापित करना होता है। ताकि तकनीक की अच्छाइयों और बुराइयों को जान सकें। डॉ एस के मिश्रा ने बताया कि इस परियोजना के अंतर्गत जो भी प्रदर्शन किया गया है, वहां ज्यादा से ज्यादा किसानों को भ्रमण कराना है। नई बीज लेपित तकनीक पानी बचाने व खरपतवार की रोकथाम करने में सक्षम है

मृदा विशेषज्ञ प्रवेश कुमार नें किसानों को धान के अवशेष को खेत में सड़ाकर उन्नतशील अधिक उपज देनें वाली गेंहूँ की बुवाई 15 नवंबर से पहले करने पर जोर दिया। जागरूकता कार्यक्रम में चेतन राम, कुदई चौधरी, बजरंगी लाल, राम शब्द यादव, चांद राम, भुवनेश्वर, भगवान दीन, सभा पति यादव सहित बड़ी संख्या में किसान मौजूद रहे