नौहा मातम के बीच निकला 72 ताबूत का जुलूस:सिद्धार्थनगर में मौलाना ने बताई कर्बला के शहीदों की कहानी

in #itwabreaking2 years ago

सिद्धार्थनगर
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डुमरियागंज तहसील क्षेत्र के कस्बा हल्लौर में शनिवार को हजरत इमाम हुसैन और कर्बला के 72 शहीदों की याद में हर साल की तरह इस साल भी जुलूस निकला। अंजुमन गुलदस्तए हैदरी बैंगनवाणी मुंबई और मोमनीन हल्लौर के तत्वावधान में जुलूस निकला। इसकी जियारत के लिए अकीदतमंदो का सैलाब उमड़ पड़ा।

दोपहर करीब तीन बजे हल्लौर के मध्य स्थित वक्फ शाह आलमगीर सानी से अंजुमन गुलदस्तए हैदरी बैगनवाणी मुंबई और मोमनीन हल्लौर की जानिब से 72 शहीदों का शबीहे ताबूत एक-एक करके निकाला गया। इसे 288 बच्चों और नवयुवकों ने अपने कंधे पर उठा रखा था। जाकिरे अहलेबैत जमाल हैदर करबलाई ने इमामबारगाह से निकल रहे ताबूत किसके हैं और उनकी शहादत कैसे हुई पूरी मंजरकसी कर लोगों को बता रहे a16b88d2-a491-41c5-9492-438c13b02e3a1664021639304_1664022510.webp
डुमरियागंज में हजरत इमाम हुसैन और कर्बला के 72 शहीदों की याद में जुलूस निकाला गया।
कर्बला पहुंचकर समाप्त हुआ जुलूस
72 ताबूत के जुलूस में इमाम हुसैन अस के घोड़े की शबीह के तौर पर जुलजनाह को शामिल किया गया। इसके अलावा जुलूस में मौला अब्बास अस का अलम और जनाबे अली असगर अस के झूले के शबीहे ताबूत का लोगों ने भरपूर बोसा लिया और जियारस की। मजलिस सुन और ताबूत देख रही हर आंखों से आंसू छलक पड़े। अंत में नौहा के साथ 72 ताबूत का जुलूस मोमनीन हल्लौर के जेरे निगरानी में कर्बला पहुंचकर समाप्त हुआ।

बड़ी संख्या में अकीदतमंद रहे मौजूद
जुलूस के बाद मकतब इमामिया में 72 ताबूतों को ख्वातीनों की जियारत के लिए रख दिया गया, जहां ख्वातीन देर रात तक कसीर तादाद में इन ताबूतों की ज़ियारत कर फूलमाला चढ़ाते हुए बोसा लिया। हर साल 26 सफर को बड़े इमाम बाड़े से निकाले जाने वाले 72 शोहदाये कर्बला के ताबूत के जुलूस में हल्लौर के अलावा तिलगड़िया, टड़वा, हटवा, जमौतिया, वासा, नव्वागांव, रामभारी, बस्ती, उतरौला आदि स्थानों से भी बड़ी तादाद में हुसैनी अकीदतमंदों ने शिरकत कर कर्बला में शहीद की याद में नौहा मातम कर उन्हें खिराजे अकीदत पेश की।