अयोध्या के कारसेवकपुरम में क्षेत्रीय वैदिक सम्मेलन का आरंभ

in #itwabreaking2 years ago

चंपत राय बोले; संसार के घर घर में वेद शिक्षा के पहुंचे बिना बेहतर समाज का निर्माण असंभव

अयोध्या
अयोध्या के कारसेवकपुरम में क्षेत्रीय वैदिक सम्मेलन के उद्धाटन अवसर पर मंचासीन चपत राय व अन्यwhatsapp-image-2022-10-11-at-160555_1665485627.webp
अयोध्या के कारसेवकपुरम में तीन दिवसीय क्षेत्रीय वैदिक सम्मेलन का उद्घाटन हुआlइस अवसर पर विहिप उपाध्यक्ष और श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा कि सभी धर्मों का मूल वेद है।वेद विज्ञान है,वेद ही धर्म है।वेद में भारत की आत्मा समाहित हैl

उन्होंने कहा कि हमारे नेता अशोक सिंघल वेदों की इस महिमा को लेकर उसके विकास को लेकर बहुत चिंतित थेlआज भारत सरकार ने भी वेद शिक्षा को औपचारिक रूप से मान्यता प्रदान कर दी हैl जब तक संसार के घर घर में वेद नहीं पहुंच जाता, तब तक एक शुचिता पूर्ण और मानवीय मूल्यों से परिपूर्ण समाज का निर्माण असंभव हैl

मंत्रों की वैज्ञानिकता और उनके स्वर विज्ञान को प्रचारित करें

चंपत राय ने कहा कि हम सभी को अपने नैतिक दायित्व के नाते आवश्यकता है कि वेद मंत्रों की वैज्ञानिकता और उनके स्वर विज्ञान को भारत समेत समस्त संसार में प्रचारित प्रसारित करें। क्योंकि वैदिक पद्धति से ही हमारा समाज शुचिता पूर्ण होगा हमें वैदिक मंत्रों की बिक्री नहीं करनी चाहिएl बल्कि स्वाध्याय के माध्यम से नित्य वेद मंत्रों का पारायण करना चाहिएl

समाज को वैदिक सभ्यता को पुनर्जीवित करके उपहार दे सकते हैं

क्योंकि वेद मंत्रों में देवताओं का वास होता हैl यदि हम नित्य वैदिक मंत्रों का स्वाध्याय करेंगे तो वेद हमारे रक्त अस्थि मज्जा तक विद्ममान होकर हमारा साक्षात्कार उस देवता से करा देगा।वेद में ही विज्ञान है जिसके रहस्य को समझ कर हम समाज को वैदिक सभ्यता को पुनर्जीवित करके उपहार दे सकते हैं ।
whatsapp-image-2022-10-11-at-160556_1665486536.webp
वेद सम्मेलन में मौजूद महर्षि सांदीपनि राष्ट्रीय वेद विद्या प्रतिष्ठान उज्जैन एवं वशिष्ट विद्या समिति अयोध्या के पदाधिकारी
वेद सम्मेलन में मौजूद महर्षि सांदीपनि राष्ट्रीय वेद विद्या प्रतिष्ठान उज्जैन एवं वशिष्ट विद्या समिति अयोध्या के पदाधिकारी
हमारा वातावरण विषाक्त जो केवल वेद पारायण से ही समाप्त किया जा सकता
वेद के प्रचार- प्रसार के लिए प्रतिबद्ध भारत सरकार की संस्था महर्षि सांदीपनि राष्ट्रीय वेद विद्या प्रतिष्ठान उज्जैन एवं वशिष्ट विद्या समिति अयोध्या के संयुक्त तत्वावधान में क्षेत्रीय सम्मेलन का आयोजन किया गया जिसके उद्घाटन सत्र का आज शुभारंभ हुआ।मंच संचालन भारत संस्कृत परिषद के अध्यक्ष राधा कृष्ण मनोरी ने किया।

महर्षि सांदीपनी राष्ट्रीय वेद विद्या प्रतिष्ठान के उपाध्यक्ष श्रीमान प्रफुल्ल कुमार मिश्र ने कहा कि हमारा वातावरण विषाक्त हो गया है जिसको केवल वेद पारायण से ही समाप्त किया जा सकता हैl वेद सर्वजनीन हैं इसलिए आज आवश्यकता है कि हम वैदिक पद्धति को संरक्षित करें।

वैदिक विश्वविद्यालय तिरुपति के पूर्व कुलपति प्रोफेसर सुदर्शन शर्मा जी ने कहा कि अशोक सिंघल के सपनों को साकार करने के लिए अशोक सिंघल वैदिक विश्वविद्यालय की स्थापना की जा रही हैl जिस विद्यालय में वेद मंत्रों के रहस्य को समझ कर आधुनिक विज्ञान और तकनीकी का विकास किया जाएगा जिससे समाज को वैज्ञानिकता का भान होगा।

वैदिक भारत की संकल्पना के अनुरूप राष्ट्र का निर्माण और इतिहास का संकलन होगा
मणिराम छावनी के उत्तराधिकारी महंत कमलनयन दास शास्त्री ने वेदों की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि अब समय आ गया है कि शीघ्र ही वैदिक भारत की संकल्पना के अनुरूप राष्ट्र का निर्माण और इतिहास का संकलन होगा सारे धर्म का मूल,आधुनिक तकनीकि,विज्ञान सब वेदों में समाहित है।आज आवश्यकता मात्र इतनी हैं कि हम समाज में इसको प्रचारित करें ।

कार्यक्रम में मौजूद वेद शिक्षा अभियान के पदाधिकारी
कार्यक्रम में मौजूद वेद शिक्षा अभियान के पदाधिकारी
सम्मेलन में कई संगठनों से जुड़े पदाधिकारी रहे शामिल

क्षेत्रीय वैदिक सम्मेलन के उद्घाटन सत्र् कार्यक्रम में अशोक तिवारी( केंद्रीय मंत्री विश्व हिंदू परिषद), हरिशंकर सिंह (वेद विद्यालय प्रमुख ),वेद मूर्ति चंद्र भानु शर्मा ,वेदमूर्ति सत्यम् ,महर्षि वशिष्ठ विद्या समिति के मंत्री एवं लोकतंत्र सेनानी राधेश्याम मिश्र,महर्षि वसिष्ठ विद्या समिति के सचिव प्रो. विक्रमा प्रसाद पांडेय, हनुमत प्रसाद नौटियाल , डा. अरूणव कुमार मिश्र, रामरूप शर्मा,तिवारी मंदिर के महंत गिरीश पति तिवारी,अम्बरीश उपाध्याय,लीलाराम गौतम के साथ-साथ समाज के गणमान्य लोग उपस्थित रहे

Sort:  

wortheum Like, comment and follow the news of all the friends connected in me and go ahead