स्टैंड और बाजार ठेकेदार द्वारा ट्रक और चार पहिया वाहन से कर रहा अवैध वसूली

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IMG-20220912-WA0006.jpgस्टैंड और बाजार ठेकेदार द्वारा ट्रक और चार पहिया वाहन से कर रहा अवैध वसूली
अनूपपुर। जिले के नगरपालिका अंतर्गत रहने वाले आस्तिक लोग चंद पैसों की खातिर जिले को बदनाम करने में जुटे हुए हैं। गुंडागर्दी कर ऐसा व्यवहार किया जाता है, जैसे यहां की धरा उनके ही दम पर टिकी हुई है। भाजपा के तथाकथित कार्यकर्ताओं के इस कृत्य के कारण जिले की छवि धूमिल हो रही है। नगर पालिका को मोहरा बनाकर अवैध वसूली का कारोबार खोला गया है, जिले के मंडी पहुंचने वाली प्रत्येक गाडियों से प्रवेश के नाम पर लाखों रूपए का कारोबार स्टैंड ठेकेदार द्वारा संचालित किया जा रहा है, बाकायदा अपने गुर्गे लगाकर नपा कर्मियों के नाम पर फर्जी रसीद प्रिंटिंग प्रेस से छपवा कर वसूली की जा रही है। इतना ही नहीं अनूपपुर से गुजरने वाली प्रत्येक वाहनों से 50 रुपए की फर्जी रसीद काटकर उनसे पैसे वसूल किए जाते हैं जो यह पैसा इनके जेब में जाता है।
10 और 20 की रसीद 50 की वसूली
जिले में आने वाले अंडर ब्रिज तिराहा, सामतपुर तिराहा, अमरकंटक तिराहा, इंदिरा तिराहा सहित मुख्य मार्ग में गुर्गों को रसीद रखवा कर वसूली की जा रही है, अगर वाहन चालक पूछता है, किस बात की रसीद दी जा रही है, तो उनके द्वारा बताया जाता है कि नगर पालिका के हम कर्मचारी है, और बतला कर अवैध वसूली को अंजाम ठेकेदार द्वारा दिया जा रहा है, अनावश्यक विवाद न बढ़े इसके लेकर वाहन चालक भी 50 रूपए देकर चले जाते है। आने वाले समय में जिले की छाँव किस तरह होगी यह अनुमान लगाया जा सकता है। ट्रक और चार पहिया वाहनों से प्रवेश के रूप में रसीद काटकर वसूली की जा रही है, जहाँ 20 रुपए की मांग छोटी गाड़ियों से की जाती है और 100 रुपए बड़े वाहनों से लेकर 50 रूपए का रसीद दिया जाता है, अगर किसी वाहन मालिक ने इस विषय पर बात की तो सीधे गुंडागर्दी पर उतारू हो जाते हैं, जबकि नगरपालिका के नियमावली में स्पष्ट उल्लेख किया गया है,कि ऑटो से 10 रुपए व यात्री बसों से 20 रुपए लिया जाए, लेकिन इनके द्वारा ऑटो से 20 रुपए व बसों से 30 रुपए लिया जाता है बाकी वाहनों से इनका अधिकार नहीं बनताऔर यह बात स्पष्ट नियमावली में लिखा हुआ है, फिर भी यह अपना रौब जमा कर अवैध वसूली सुबह से लेकर शाम तक ठेकेदार द्वारा किया जाता है, नगरपालिका अनूपपुर में प्रवेश कर के नाम पर जो वसूली की जा रही है उसमें वसूलीकताओं ने बताया कि यह ठेका किसी मनोज दुबे को मिला है वही यह सब करवा रहे है। इस विषय पर और जानने का प्रयास किया गया तो दीपक गुप्ता और उसके गुर्गे का नाम भी सामने आया। लगातार शिकायतों के बाद भी शासन प्रशासन द्वारा किसी भी प्रकार का ध्यान नहीं दिया जा रहा है,जिसको लेकर वाहन मालिकों ने कलेक्टर से शिकायत कर कार्रवाई की मांग की है।