उपसरपंच चुनाव में धोखाधड़ी मामले में हुई शिकायत,
उपसरपंच चुनाव में धोखाधड़ी मामले में हुई शिकायत, कार्यवाही नही तो 11 पंच करेंगे आंदोलन
अनूपपुर
जिले के अनूपपुर जनपद के अंतर्गत ग्राम पंचायत लतार मे उपसरपंच चुनाव में धोखाधड़ी के मामले को लेकर ग्राम पंचायत लतार के 11 पंच एक साथ शिकायत में हस्ताक्षर कर अनूपपुर रिटर्निंग चुनाव पंचायत समीती को आवेदन दिया है।
तीन बिन्दु पर हुई शिकायत
यह कि ग्राम पंचायत लतार में दिनांक 26 जुलाई 2022 को उप सरपंच का चुनाव हुआ।। जिसमें ग्राम पंचायत लतार वार्ड क्रमांक 15 का प्रत्याशी अर्थात प्रार्थी एवं वार्ड क्रमांक 09 की महिला प्रत्याशी श्रीमती रामकली द्वारा उपसरपंच पद के लिए आवेदन भरा गया था। उक्त चुनाव में कुल 20 पंचों ने अपना मतदान किया। मतदान उपरांतर मतदान केन्द्र के पीठासीन अधिकारी लक्ष्मण प्रसाद पनाणिया द्वारा डाले गये कुल 20 मतों की गणना की गई
यह कि पीठासीन अधिकारी द्वारा गणना किये गये मतो में विधिमान्य मतो की संख्या 18 बताई गई जिसके अनुसार प्रार्थी को 10 वोट एवं श्रीमती रामकली प्रजापति को कुल 08 वोट प्राप्त हुये। शेष 02 मतों को पीठासीन अधिकारी के द्वारा मतगणना में अविधिमान्य होना बताया गया।
यह कि पीठासीन अधिकारी के द्वारा मतगणना कर परिणाम की घोषणा करने के उपरांत प्रार्थी स्वयं को निर्वाचित मानते हुये पंचायत भवन (मतदान स्थल) से बाहर चला गया। तदउपरांत पीठासीन अधिकारी लक्ष्मण दास पनाणिया के सहकर्मी माखन रौतेल जो कि पेशे से ग्राम पहौर में शिक्षक के पद पर पदस्थ है एवं ग्राम पंचायत लतार में निर्वाचित महिला सरपंच मती कुन्ती बाई का बड़ा भाई भी है। माखन रौतेल के द्वारा उक्त पीठासीन अधिकारी को फोन के माध्यम से वार्तालाप कर साथ सांठ-गांठ कर ली गई और घोषित अविधिमान्य मतों को पराजित घोषित महिला प्रत्याशी श्रीमती रामकली प्रजापति के पक्ष में विधिमान्य मत के रूप में शामिल कर लिया गया जिससे उपसरपंच का उक्त चुनाव परिणाम बराबर-बराबर कर दिया गया। जिसकी जानकारी प्रार्थी को होने पर उसने पीठासीन अधिकारी के समक्ष अपनी आपत्ति दर्ज कराई तब करीब तीन घंटो के बाद तहसीलदार अनूपपुर मतदान स्थल पर पहुंचे और पूरा मामले की जानकारी लेने के पश्चात् संबंधित पीठासीन अधिकारी के द्वारा की गई मतगणना की प्रक्रिया को गलत बताया गया । उसके बाद पीठासीन अधिकारी के द्वारा बिना मेरी सहमति के लॉटरी के माध्यम से जबरजस्ती रामकली प्रजापति को उप सरपंच के रूप में विजयी घोषित कर दिया गया।
मामले की हो जांच
उपसरपंच चुनाव के प्रत्याशी तीन बिंदु के आधार पर शिकायत दर्ज करते हुए मामले की जांच की मांग की है अगर समय रहते मामले की जांच नहीं होता है तो पंचो द्वारा गलत तरीके से उप सरपंच चुनाव उम्र में हुए धोखाधड़ी के मामले को लेकर आंदोलन करेंगे जिसकी नैतिक जिम्मेदारी जिला प्रशासन की होगी
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