ब्रिटेन में क्या किंग और क्वीन का विरोध किया जा सकता है?

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ब्रिटेन में पिछले दिनों महारानी एलिज़ाबेथ II और किंग चार्ल्स III को उनका उत्तराधिकारी बनाए जाने से जुड़े सरकारी आयोजनों के दौरान कुछ विरोध प्रदर्शन भी हुए जिसके बाद कुछ लोगों को गिरफ़्तार भी किया गया.

इसके बाद व्यक्तिगत अधिकारों को लेकर सजग रहने वाली कुछ संस्थाओं ने चिंता जताई है. वो पूछ रहे हैं कि ऐसी कार्रवाइयां क्या ऐसे लोगों के 'विरोध के अधिकार' का हनन तो नहीं हैं जो राजशाही का विरोध करते हैं.

तो फिर ये गिरफ़्तारियां क्यों हुईं और उनके अधिकार के बारे में ब्रिटेन का क़ानून क्या कहता है?

किनको गिरफ़्तार किया गया?
रविवार को स्कॉटलैंड की राजधानी एडिनबरा में एक महिला को गिरफ़्तार किया गया. वो महिला नए किंग के नाम की औपचारिक घोषणा से जुड़े एक समारोह में एक साइनबोर्ड लेकर खड़ी थीं जिस पर एक अपशब्द के साथ लिखा था- "राजशाही को ख़त्म करो". बाद में उस महिला पर शांति भंग करने का आरोप लगाया गया.