सऊदी अरब और ईरान की नज़दीकी से भारत को क्या नफ़ा, क्या नुकसान

in #international2 years ago

_128962615_e7b918f6-963b-43b2-a822-7219e3fe5076.jpg

दस सालों में भारत की विदेशनीति में हुए बड़े बदलावों में से एक भारत का खाड़ी देशों से बदलता रिश्ता भी है. भारत में बदली हुई सरकार के साथ इस क्षेत्र को ज़्यादा गहराई और रणनीतिक दृष्टि से देखा गया है.''

ये कहना था भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर का, जब उनसे यूएई, सऊदी अरब समेत अन्य खाड़ी देशों के साथ भारत के बदलते रिश्तों पर सवाल पूछा गया.

भारत का खाड़ी के देशों से कई महत्वपूर्ण क्षेत्रों में सहयोग लगातार बढ़ रहा है. ऊर्जा और सुरक्षा के क्षेत्रों में भारत इन देशों के साथ कई पक्षों पर काम कर रहा है.

अधिकतर खाड़ी देशों के साथ भारत के अच्छे संबंध रहे हैं. इस रिश्ते में सबसे अहम है तेल और गैस का कारोबार. इसके अलावा खाड़ी देशों में काम करने वाले भारतीयों की बड़ी संख्या और अपने घर भेजे जानी वाले पैसे भी इस रिश्ते के अहम पहलू हैं.

पिछले साल भारत और संयुक्त अरब अमीरात के बीच 'व्यापक आर्थिक साझेदारी समझौता' (सीईपीए) हुआ है. सीईपीए संधि के तहत सामानों का कारोबार बढ़ाने के साथ सेवाओं का व्यापार और निवेश बढ़ाने पर भी ज़ोर दिया जाता है.