इंसान की उंगली से भी छोटा होता है ये बंदर, 2 इंच लंबाई, वजन सिर्फ 10 ग्राम

नई दिल्ली- International Monkey Day 2022
पूरी दुनिया में 14 दिसंबर को इंटरनेशनल मंकी डे (International Monkey Day) मनाया जाता है। ये दिन बंदरों को समर्पित होता है। इंटरनेशनल मंकी डे को फिलहाल संयुक्त राष्ट्र द्वारा आधिकारिक तौर पर घोषित नहीं किया गया है लेकिन फिर दुनियाभर के कई देशों में आज के दिन मंकी डे मनाया जाता है। तो आज इंटरनेशनल मंकी डे पर हम आपको ऐसे बंदर की प्रजाति के बारे में बताते हैं, जो इंसान की उंगली से भी छोटे होते हैं और उनकी लंबाई 2 से 10 इंच तक होती है। इस प्रजाति के बंदर वजन में 10 से 20 ग्राम के होते हैं।
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बंदरों की सबसे छोटी प्रजातियों में से एक है, पिग्मी मॉर्मासेट्स। पिग्मी मॉर्मासेट्स बंदरों का वजन इतना कम होता है कि आपको देखकर यकीन नहीं होगा कि ये एक प्रकार के बंदर हैं। ये देखने में इंसानी उंगली से भी छोटे होते हैं। दिसंबर 2020 के पहले हफ्ते में इसी प्रजाति के दो बंदरों का जन्म इंग्लैंड के चेस्टर चिड़ियाघर में हुआ था। जिसका वीडियो चेस्टर चिड़ियाघर ने अपने अधिकारिक इंस्टाग्राम पेज पर डाला था, जो काफी वायरल हुआ था।

एक वीडियो पोस्ट कर चिड़ियाघर ने बताया है कि पिग्मी मॉर्मासेट्स बंदर के बच्चों की लंबाई 2 इंच है। वहीं वजन केवल 10 ग्राम है। उन्होंने ये भी बताया कि वो साइज में लगभग पिंग-पॉन्ग बॉल के बराबर हैं।
एक्सपर्ट के मुताबिक पिग्मी मॉर्मासेट्स प्रजाति के बंदरों की लाइफ लगभग 12 साल की होती है। जब ये पूरी तरह से विकसित हो जाते हैं यानी 7 से 9 साल के तो इनका वजह 100 ग्राम के करीबन होता है। वहीं इनकी लंबाई ज्यादा से ज्यादा 12 से 15 सेंटीमीटर के बीच रहती है। इस प्रजाति के बंदरों की पूंछ 20 सेंटीमीटर लंबी होती है।

दुनियाभर में ये बंदर ज्यादातर ब्राजील, पेरू और इक्वाडोर के जंगलों में पाए जाते हैं। हालांकि एक्सपर्ट के मुताबिक इनकी प्रजाति लगभग विलुप्त होने की कगार पर हैं। इन बंदरों की खास बात ये है कि ये अपना सिर 80 डिग्री तक घुमा लेते हैं। इसी वजह से हमला करने वाले जानवरों से ये आसानी से बच जाते हैं।