मोदी सरकार के इस फैसले से दुनिया में गहराया संकट

in #inindia2 years ago

भारत के गेहूं निर्यात पर प्रतिबंध का असर दिखने लगा है. अंतरराष्ट्रीय बाजार में गेहूं की कीमतों में लगभग 6 प्रतिशत का उछाल देखा गया है. विशेषज्ञों का कहना है कि भारत के इस प्रतिबंध की मार सबसे अधिक अफ्रीका और मध्य पूर्व के देशों पर पड़ेगी. इन देशों में खाद्य संकट और गहराता जाएगावैश्विक बाजार में गेहूं की कीमतों में भारी उछाल
भारत के गेहूं पर निर्यात प्रतिबंध का असर
अफ्रीका और मध्य पूर्व के देशों पर होगा भारत ने गेहूं के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया जिसके बाद अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसकी कीमतों में बड़ा उछाल आया है. वैश्विक बाजार में गेहूं की आपूर्ति बाधित होने से खाद्य संकट गहराता जा रहा है. अंतरराष्ट्रीय बाजार में मिलने वाले एक बुशल (1 Bushel- 27.216 KG) गेहूं की कीमत शिकागो में 5.9 फीसदी तक बढ़कर 12.47 डॉलर हो गई है. भारत की तरफ से निर्यात प्रतिबंध के बाद वैश्विक बाजार में गेहूं की कीमतों में लगभग 6 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है.

रूस और यूक्रेन वैश्विक बाजार में गेहूं के सबसे बड़े आपूर्तिकर्ताओं में से एक हैं. दोनों देश मिलकर दुनिया के गेहूं निर्यात जरूरत के एक तिहाई हिस्से की पूर्ति करते हैं. फाइनेंशियल टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, यूक्रेन पर रूस के आक्रमण के कारण इस वर्ष गेहूं की कीमतों में 60 प्रतिशत से अधिक की बढ़ोतरी हुई है.modi_4-sixteen_nine_0.jpgmodi_4-sixteen_nine_0.jpg